अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए झंडमंच साबित होने वाला जनमंच अब जनता को करने लगा है जलील : राणा

हमीरपुर 13 सितंबर
बीजेपी सरकार का जनमंच जो पहले अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए कर्मचारियों की झंडमंच साबित हो रहा था, अब यह जनमंच शिकायत करने वाले नागरिकों को जलील करने का जरिया साबित हो रहा है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मंडी के करसोग में सरकार के आला मंत्री ने शिकायतकर्ता से तू-तड़ाक करते हुए जलील किया है उससे यह साबित हो गया है कि सत्ता का अहंकार बीजेपी के सिर चढ़ कर बोल रहा है। उधर दूसरी ओर बिलासपुर के जुखाला में माइनिंग को लेकर उग्र हुए माहौल ने साबित कर दिया है कि अब जनमंच आम नागरिकों के लिए भी आफत का सबब बनने लगे हैं। राणा ने सवाल खड़ा किया है कि जब जनता की बात ही नहीं सुननी है तो जनमंच का क्या औचित्य है। राणा ने कहा कि जनमंच में आई शिकायतों पर गौर की जाए तो साफ पता चलता है कि सरकार की मनमानी से आम जनता दुखी है। हार के खौफ से उप चुनाव का मैदान छोड़कर भागी बीजेपी के लिए जनमंच व रैलियां करवाने के लिए कोई कोविड-19 का खौफ नहीं है लेकिन जब उप चुनाव की बात सामने आई तो उस पर कोविड-19 का बहाना लगा दिया। उन्होंने कहा कि जनता सब समझ व जानबूझ रही है, 2022 का इंतजार कर रही है। अन्य प्रदेशों में स्थिति जो मर्जी हो लेकिन हिमाचल प्रदेश की जनता को न सत्ता के अहम से डराया जा सकता है, न सरकार की चालाकियों व चालबाजियों में फंसाया जा सकता है। जनता सरकार को चलता करने का पूरा मन बना चुकी है और आगामी विधानसभा चुनावों में इस सरकार का जाना व कांग्रेस का आना तय है।