कोरोना सक्रमितों को जिला में ही सभी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सरकार प्रयासरत – सुखराम चौधरी

जिला सिरमौर में कोरोना पॉजीटीव लोगों की रिकवरी दर 91.4 प्रतिशत

नाहन 23 अक्तूबर – हिमाचल प्रदेश सरकार कोरोना महामारी से लड़ने के लिए हर कारगर कदम उठा रही है और अब सभी जिलों में जिला स्तर पर ही कोरोना मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है ताकि उन्हें अपने जिला से बाहर जाने की आवश्यकता न पड़े।
यह वाक्य ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने आज यहां उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन में कोरोना महामारी के दौरान जिला सिरमौर में प्रशासन व विभागों द्वारा कोरोना महामारी से लड़ने के लिए किए गए विभिन्न प्रयासों पर समीक्षा के लिए आयोजित कोविड-19 जिला स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहे।
उन्होंनेे कोविड सेंटर मंे मरीजों को अच्छे खाने की व्यवस्था के साथ-साथ फलाहार की सुविधा भी मुहिया करवाने के भी निर्देश दिए। उन्हांेेने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में रिक्त पदों पर नियुक्ती के लिए तथा उपकरणों की कमी को दूर करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों के बेहतर कार्य करने की वजह से ही सिरमौर में कोरोना संक्रमण पर काफी हद तक काबू पाया गया है।
उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में अब तक 30 हजार 717 लोगों का कोरोना टैस्ट करवाया गया है जिसमें 2191 लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए है। वर्तमान में 2004 कोरोना संक्रमित लोग ठीक हो गए है और 171 कोरोना केस अभी भी एक्टिव है और कोरोना की वजह से 16 लोगों ने अपनी जान गवाई है। उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में कोरोना पॉजीटीव लोगों की रिकवरी दर 91.4 प्रतिशत है, जबकी कोरोना पॉजीटीव पाए जाने की दर 7.1 प्रतिशत और मृत्यु दर 0.73 प्रतिशत है।
उन्होंने बताया कि जिला मंे कोरोना महामारी से लड़ने के लिए रामपुरघाट में जिला डेटिकेटिड कोविड केयर सेंटर बनाया गया जिसमें 80 बेड वाला आइसोलेशन सेंटर बनाया गया था और 10 विशेष आधुनिक तकनीक से लैस ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले बेड लगाए गए। इसी प्रकार, सराहां मंे जिला कोविड स्वास्थ्य सेंटर बनाया गया जिसमें 32 बेड वाला आइसोलेशन सेंटर बनाया गया और 4 विशेष आधुनिक तकनीक से लैस ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले बेड लगाए गए। इसके अतिरिक्त, मेडिकल कॉलेज नाहन में 20 बेड सहित आइसोलेशन वार्ड स्थापित किया गया जिसमें 6 विशेष आधुनिक तकनीक से लैस ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले बेड स्थापित किए गए हैं। जिला में 24 घण्टे सर्विस प्रदान करने वाले 05 कोरोना केयर डेडिकेटिड 108 एम्बुलेंस चलाई गई और 2 डेटिकेटिड कोविड 102 एम्बुलेंस विशेष तौर पर चलाई गई ताकि लोगों को कोविड सेंटर से घर वापसी के दौरान सुविधा मिल सके।
उन्हांेने बताया कि सरकार द्वारा 104 हैल्पलाईन नम्बर जारी करने के बाद जिला में कोविड-19 संक्रमित लोगो की निगरानी से संबंधित अब तक 168 से ज्यादा कॉल प्राप्त की गई है।
उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा होम आइसोलेट किए गए लोगों को बीएमओ द्वारा जिला में कोविड डेटिकेटिड टीमे स्थापित की गई जो लोगों के घरों में जाकर आइसोलेडिट किए गए व्यक्तियों में कोरोना के लक्षण जांच सके और ब्लॉक स्वास्थ्य टीम भी गठित की गई जो लोगों को कोरोना से बचने के लिए निरतंर परामर्श दे सके। इसके अतिरिक्त कोविड-19 संक्रमित रोगियों की नियमित मैपिंग के लिए ब्लॉक स्तर पर स्वास्थ्य टीम गठित कर नियमित रूप से आशा वर्कर और स्वास्थ्य कर्मियों की सहायता से उनके घर जाकर वह फोन के माध्यम से मैैपिंग की गई।
उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान पुलिस विभाग द्वारा जिला सिरमौर में 1027 चालान काट कर 5 लाख 78 हजार 500 रूपये का जुर्माना वसूल किया गया। उन्हांेने बताया कि नाहन में पुलिस द्वारा 116 चालान, पांवटा में 149, रेणुकाजी मंे 104, राजगढ़ 57, पच्छाद 66, शिलाई 34, संगडाह 90, कालाआम्ब 86, माजरा में 96, पुरूवाला में 229 चालान काटे गए, जिसमें मास्क न पहनने, सार्वजनिक स्थानों पर थूकने, सामाजिक दूरी का पालन न करने, दुकानों को निर्धारित समय के उपरान्त भी खुली रखने व के चालान शामिल है।
उपायुक्त सिरमौर डॉ0आर0के0परूथी ने ऊर्जा मंत्री का स्वागत करते हुए जिला में कोरोना संक्रमण को रोकने के मध्यनजर लिए गए प्रमुख निर्णयों के बारे में अवगत करवाया।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त प्रियंका वर्मा, पुलिस अधीक्षक अजय कृष्ण शर्मा, एसडीएम नाहन रजनेश कुमार, एसडीएम पांवटा साहिब एलआर वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी के0के0पराशर सहित स्वास्थ्य व विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।