गोविंद सिंह ठाकुर ने 71.10 लाख से निर्मित सामुदायिक भवन का किया लोकार्पण

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर शिक्षा, आकलन और मूल्यांकन योजना पर कार्यशाला आयोजित
स्कूल शिक्षा बोर्ड परिसर में सरस्वती प्रतिमा का किया शिलान्यास
धर्मशाला, 01 सितंबर: शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने आज धर्मशाला के समीप सिद्धपुर में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के सिद्धपुर स्थित आवासीय परिसर में 71.10 लाख रुपये की लागत से निर्मित सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर धर्मशाला के विधायक विशाल नेहरिया, गगरेट के विधायक राजेश ठाकुर तथा स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुरेश सोनी विशेष रूप से उपस्थित थे।
उन्होंने बताया कि 71.10 लाख रुपए से निर्मित इस सामुदायिक भवन के धरातल में भोजनालय कक्ष, रसोई तथा शौचालय बनाये गए हैं जबकि पहली मंजिल में एक बड़ा हाल बनाया गया है।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि इस भवन में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के आवासीय परिसर में रहने वाले समस्त अधिकारी तथा कर्मचारी विभिन्न प्रकार के सामाजिक, विवाह और सांस्कृतिक गतिविधियां यहां कर सकेंगे।
स्कूल शिक्षा बोर्ड परिसर में सरस्वती प्रतिमा का किया शिलान्यास
इसके उपरांत शिक्षा मंत्री ने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के प्रांगण में 17.86 लाख रुपए से निर्मित होने वाली सरस्वती प्रतिमा का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि इस प्रतिमा के स्थापित होने से स्कूल शिक्षा बोर्ड के सभी कर्मचारियों और यहां आने वाले बच्चों को विद्या की देवी सरस्वती माता का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर शिक्षा, आकलन और मूल्यांकन योजना पर कार्यशाला आयोजित
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर शिक्षा, आकलन और मूल्यांकन योजना पर आज हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने की।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रदेश सरकार ने सैद्धातिंक मंजूरी दे दी है और इस पर काम भी चल रहा है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत सरकार ने यह तय किया है कि अब तीसरी, पांचवीं तथा आठवीे कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाएं शिक्षा बोर्ड लेगा। शिक्षा के ढ़ाचागत विकास के लिए सरकार ने स्ट्रेंथनिंग टीचर लर्निंग एंड रिजल्ट फॉर स्टूडेंट एण्ड रिजल्ट फॉर स्टेट प्रोजेक्ट की शुरूआत धर्मशाला से की है। उन्होंने कहा कि स्टार प्रोजेक्ट के अन्तर्गत नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सम्बन्ध में हिमाचल प्रदेश के सभी 12 जिलों में हितधारकों के साथ बैठकर छोटी-छोटी बैठकें करके उन पर विचार मंथन किया जाएगा और उसके आधार पर एक्शन प्लान बनेगा ओर एक्शन प्लान पर भारत सरकार से और विश्व बैंक से भी चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि आने वाल समय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अक्षरशः लागू करना सरकार का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि समग्र शिक्षा द्वारा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर जहां-जहां तक जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे वहां पर स्कूल शिक्षा बोर्ड की भी सहभागिता रहेगी ओर शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष भी उसमें एक सैशन लेने के लिए हर जगह जाएंगे। इससे विद्यालयों, अध्यापकों तथा विद्यार्थियों को स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा क्या गतिविधियों की जा रही हैं कि जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में स्कूलों के साथ समुदाय, ग्राम पंचायतों, महिला मंडलों तथा युवक मंडलों को कैसे जोड़ा जाए इस बारे में भी विस्तृत चर्चा की गई।
कार्यशाला में कैरियर पांईट यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर कुलतार सिंह वर्मा ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों पर अपनी प्रस्तुति दी।
कार्यशाला के दौरान उपस्थित शिक्षकों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।
स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और नई शिक्षा नीति बारे विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर स्कूल शिक्षा बोर्ड के कर्मचारियों ने मांग पत्र शिक्षा मंत्री को सौंपा। शिक्षा मंत्री ने कर्मचारियों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश ने 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को कोविड-19 टीकाकरण की पहली खुराक के शत-प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त करने का गौरव प्राप्त किया है, जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकार को बधाई दी।
इस अवसर पर धर्मशाला के विधायक विशाल नेहरिया, गगरेट के विधायक राजेश ठाकुर, सचिव स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव अक्षय सूद, अधीक्षण अभियंता हिमुडा सुरिंदर वशिष्ठ, उपनिदेशक उच्च शिक्षा रेखा कपूर, विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य, अधिशासी अभियंता दिनेश वर्मा, एसडीओ वीरेन्द्र शर्मा, जेई पवन सहित स्कूल शिक्षा बोर्ड के अधिकारी, कर्मचारी तथा उनके परिजन मौजूद थे।
000