जनता और विपक्ष की नहीं सुननी है तो शांता कुमार की ही सुन ले सरकार : राणा

देश में मची लूट से चारों ओर मची है चीख पुकार
हमीरपुर 17 फरवरी
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार के बयान से साबित हो रहा है कि बीजेपी सरकार सिर्फ गरीब और किसानों पर ही कार्रवाई कर रही है। जबकि सत्ता के दम पर गौरी, गजनी की तरह इस सरकार में लूट निरंतर जारी है। राणा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार जो अपने बेबाक सच के लिए जाने जाते हैं ने सच ही कहा है कि बीजेपी राज में लूट का तरीका बदला है और लूटेरे भी अपने ही हैं। राणा ने कहा कि बीजेपी में सच्चे और देशभक्त नेताओं को खुड्डेलाइन लगाने वाली पार्टी ने एक नई तानाशाही शुरू की है। जिसमें लूट की इन्तहां हो चुकी है। महंगाई, बेरोजगारी व महामारी से लूटी पिटी जनता की सरकार खाल उधेडऩे पर अमादा है। जिसके चलते अब सरकार की नजर कृषि और लोगों के घरों में गहनों पर जा टिकी है। राणा ने कहा कि वह लगातार आर्थिक कंगाली में फंसे देश के हालात बयान करते आ रहे हैं लेकिन अब इस देश में देशहित में बोलना भी गुनाह साबित हो रहा है। बदहाल अर्थव्यवस्था के हिसाब का हिसाब बता रहा है कि एक दशक पहले अर्थव्यवस्था को लेकर अग्रिम कतार में खड़े देश से ऊपर पड़ोसी देश बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था खड़ी है जबकि भारत दुनिया के कुल 193 देशों में से 164वें स्थान पर जा टिका है। कैमरे और कलम पर संगीनों का सख्त पहरा लगा हुआ है। तानाशाह सरकार ने देशहित में बोलने वालों को देशद्रोहियों की सूची में शुमार किया जा रहा है। लोकतंत्र लूटतंत्र बनकर रह गया है। जिसमें अब किसी को किसी पर कोई भरोसा नहीं रहा है। राज्यों के हितों को केंद्र लगातार निगलने में लगा हुआ है। लबालब कर्ज में डूबी राज्य सरकारें केंद्र के दबाव में पूरी तरह पंगु हो कर रह गई हैं। जबकि तानाशाह सरकार के पहरे में अब प्रेस की आजादी भी खत्म होने की कगार पर है। उन्होंने कहा कि सरकार यह न भूले कि बीजेपी बेशक देश को गुलामी की जंजीरों में जकड़ना चाह रही है लेकिन कोई भी जेल या जंजीर इतनी ऊंची और मजबूत नहीं हो सकती है कि देश की अभिव्यक्ति पर ही पहरा लगा दे। राणा ने कहा कि पंजाब नगर निगम चुनावों में जिस तरह से जनता ने बीजेपी को नकारा व धिक्कारा है उससे स्पष्ट संदेश मिलने लगा है कि आने वाला वक्त इस सरकार को हाशिए पर धकेल कर ही दम लेगा। यह दीगर है कि प्रचंड बहुमत के मद में सरकार को देशहित में बोलने वाले किसान आंदोलनकारी व विपक्ष के साथ जनता कीड़े मकौड़े नजर आ रही है। लेकिन सरकार यह न भूले कि इन्हीं कीड़े मकौड़ों को झूठे झांसे देकर सरकार ने इस देश का जनादेश ठगा है जिसके लिए जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी।