जन औषधि परियोजना के तहत दवाएं औसत बाजार मूल्य की तुलना में 50 से 90 प्रतिशत तक सस्ती

प्रधानमंत्री ने जन औषधि परियोजना के लाभार्थियों से किया संवाद

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जन औषधि दिवस-2021 के अवसर पर प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के लाभार्थियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रंेसिंग के माध्यम से बातचीत की। इस अवसर पर शिमला के रिज मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और केन्द्रीय वित्त एवं कारपोरेट मामले राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर विशेष रूप से उपस्थित रहे।

प्रधानमंत्री ने जन औषधि परियोजना की लाभार्थी शिमला जिला के ठियोग उप-मण्डल के अन्तर्गत सरोग गांव की निवासी कृष्णा वर्मा से बातचीत के दौरान अपनी पुरानी यादें सांझा करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश का प्रत्येक परिवार देवदूत के समान है। हिमाचलवासियों का राष्ट्र की सेवा में सदैव ही सराहनीय योगदान रहा है।

कार्यक्रम के उपरान्त पत्रकारों से बातचीत करते हुए जय राम ठाकुर ने कहा कि गरीब आदमी के लिए जन औषधि परियोजना संजीवनी के रूप में काम कर रही है। यह योजना प्रदेश में बहुत लोकप्रिय हुई है। राज्य में इस योजना में और तेजी लाई जाएगी तथा इसके विस्तार के लिए प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के 54 केन्द्र हैं। राज्य के राजकीय चिकित्सालयों में 14 जन औषधि केन्द्र स्थापित किए गए हैं। यह योजना स्थाई और नियमित आय के साथ युवाओं के लिए स्वरोजगार का एक अच्छा स्रोत भी उपलब्ध करवा रही है।

इस अवसर पर अनुराग ठाकुर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत दवाएं औसत बाजार मूल्य की तुलना में 50 से 90 प्रतिशत तक सस्ती होती हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में वित्त वर्ष 2021-22 के लिए प्रस्तुत बजट बहुुत सराहनीय है।

इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डाॅ. राजीव सैजल, सांसद व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप, एपीएमसी के अध्यक्ष नरेश शर्मा, नगर निगम शिमला के पार्षद, स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, आईजीएमसी के प्रधानाचार्य डाॅ. रजनीश पठानिया, चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. जनक राज तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।