पढ़िए, अनुराग ठाकुर क्या बता रहे है केंद्रीय बजट के फायदे

समावेशी, सर्वस्पर्शी और हर वर्ग को लाभान्वित करने वाला बजट
 
1 फ़रवरी 2023, नई दिल्ली
 
केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं खेल व युवा कार्यक्रम मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए प्रस्तुत आम बजट को समावेशी, सर्वस्पर्शी और हर वर्ग को लाभान्वित करने वाला बजट बताते हुए जन-जन के बजट के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन जी व उनकी पूरी टीम बधाई दी है।
आदरणीय प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में, उनके मार्गदर्शन में यह अमृतकाल का पहला बजट है, जो पिछले बजट में खड़ी की गई नींव पर खड़ा है। इस समावेशी, सर्वस्पर्शी और हर वर्ग को लाभान्वित करने वाले जन-जन के बजट के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन जी व उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र है। समावेशी विकास व दूरगामी नीतियों के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर चलते हुए उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रही है। मोदी सरकार के पिछले बजटों के प्रावधानों से ही आज भारत विश्व की 5 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के साथ सबसे ज़्यादा विकास दर की रफ़्तार से आगे बढ़ने वाला देश बना है। यह बजट देश की अर्थव्यवस्था को गति देने के साथ साथ आजादी के अमृत काल यानी 75वें वर्ष से लेकर आजादी के 100वें वर्ष तक विकसित भारत का ब्लूप्रिंट भी प्रस्तुत करता है।
 
प्रधानमन्त्री जी के पंच प्रण से प्रेरित इस बजट के सात आधार, सप्तऋषि यानि की समावेशी विकास, वंचितों को वरीयता, बुनियादी ढांचे और निवेश, क्षमता विस्तार, हरित विकास, युवा शक्ति, वित्तीय क्षेत्र नये भारत-आत्मनिर्भर भारत निर्माण की बुनियाद बनेगा। देश की युवाशक्ति का इस बजट में विशेष ध्यान रखा गया है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0, नेशनल अप्रेंटिस स्कीम के तहत डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के तहत 47 लाख युवाओं को आर्थिक सहायता, युवाओं को स्किल्ड बनाने के लिए 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर्स विभिन्न राज्यों में स्थापना, एकीकृत स्किल इंडिया डिजिटल प्लेटफॉर्म, छोटे-मझोले उद्यमों को बिना गारंटी के 2 लाख करोड़ रुपए तक का क्रेडिट युवाओं के सपनों को नई उड़ान देंगे। अंत्योदय ही हमारा लक्ष्य है और हम ऐसे भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं जहां महिलाओं, किसानों, श्रमिकों, अनुसूचित जाति-जनजातीय समेत सभी के हित सुनिश्चित हों, सब विकास के भागीदार बनें”