मुकेश अग्निहोत्री प्रदेश के एकमात्र कांग्रेस नेता, जो पांचवीं बार लगातार जीतकर पहुंचे विधानसभा  

 

मुकेश अग्निहोत्री ही प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के एक मात्र नेता हैं जो लगातार पांचवीं बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। मुकेश अग्निहोत्री ने पहली बार संतोषगढ़ विधानसभा क्षेत्र से 2003 में चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। पहली बार ही विधायक बनने पर मुकेश अग्निहोत्री मुख्य संसदीय सचिव बने। इसके बाद लगातार पांचवीं बार जीत दर्ज विधानसभा पहुंचने वाले वह कांग्रेस के एक मात्र नेता हैं। मुख्यमंत्री पद पर विराजमान हुए सुखविंदर सिंह सुक्खू तीसरी बार विधायक बने हैं लेकिन वह दो चुनाव हार भी चुके हैं।

मुकेश अग्निहोत्री का जन्म स्वर्गीय ओंकार चन्द शर्मा के घर 9 अक्तूबर, 1962 को हुआ। वह मूल रूप से गाँव व डाकघर गोंदपुर, जिला ऊना से संबंध रखते हैं। उन्होंने बी.एस.सी., लोक सम्पर्क एवं विज्ञापन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा और एम.एस.सी गणित की शिक्षा ग्रहण की है। उन्होंने लगभग 15 वर्षों तक देश के विभिन्न प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में कार्य किया। वह हिमाचल प्रदेश सरकार की प्रेस प्रत्यायन कमेटी के सदस्य, राज्य प्रेस सलाहकार समिति के सदस्य, हि.प्र. विधानसभा की प्रेस गैलरी समिति के सदस्य और राज्य सरकार की पहाड़ी भाषा समिति के सदस्य रह चुके हैं। इसके अलावा, वह प्रेस क्लब, शिमला, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव और प्रदेश कांग्रेस समिति के मीडिया सैल के महासचिव रह चुके हैं।मार्च, 2003 में वह पहली बार संतोखगढ़ (अब हरोली) विधानसभा से प्रदेश विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। उसके उपरांत वह वर्ष 2007, 2012, 2017 और 2022 में प्रदेश विधानसभा सदस्य के रूप में पांचवीं बार निवाचित हुए। मुकेश अग्निहोत्री 2003 से 2005 तक मुख्य संसदीय सचिव तथा हिमाचल प्रदेश सरकार के आवास बोर्ड के अध्यक्ष नियुक्त किए गए। दिसंबर 2012 से 2017 के कार्यकाल के दौरान उन्होंने प्रदेश के उद्योग, श्रम एवं रोज़गार, संसदीय मामले और सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दीं। वर्ष 2017 से 2022 तक वह सदन में नेता प्रतिपक्ष रहे। दिसंबर, 2022 में वह 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए हैं और प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला है।