स्वतंत्रता सेनानी भाई हिरदा राम की जयंती पर कृतज्ञ मंडीवासियों का नमन

मंडी, 28 नवंबर : मंडी के वीर सपूत महान स्वतंत्रता सेनानी भाई हिरदा राम की जयंती पर कृतज्ञ मंडीवासियों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस उपलक्ष्य पर रविवार को मंडी की इंदिरा मार्केट में स्थित भाई हिरदा राम स्मारक में आयोजित समारोह में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए गए।
इस सादे किंतु गरिमापूर्ण समारोह में भाई हिरदाराम स्मारक समिति और उनके परिजनों, नगर निगम मंडी की महापौर दिपाली जसवाल, उपमहापौर वीरेंद्र भट्ट एवं अन्य पार्षदों, विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में मंडीवासियों ने उनकी प्रतिमा पर फूल माला अर्पित कर स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को याद किया।
भाई हिरदा राम स्मारक समिति के सचिव एवं वरिष्ठ साहित्यकार कृष्ण कुमार नूतन ने भाई हिरदा राम के जीवन व कर्तृत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि क्रांतिकारी भाई हिरदा राम ने देश की स्वतंत्रता के लिए अंग्रेजों की अनेक यातनाएं हंसते हंसते सहीं। मंडी में गदर पार्टी की स्थापना और अंग्रजों के खिलाफ क्रांति का बिगुल बजाने में उनका योगदान अविस्मरणीय है।
कृष्ण कुमार नूतन ने बताया कि भाई हिरदा राम कालापानी में आजीवन कारावास की सजा भुगतते हुए स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के साथ जेल में रहे। एक बार उन्होंने देखा कि हथकड़ी और बेड़ियों में जकड़े वीर सावरकर को कोड़ों से पीटा जा रहे है, उन्होंने इसका विरोध किया। इस पर उन्हें 40 दिन तक 5 फीट के एक लोहे के पिंजरे में बन्द कर दिया गया।
28 नवंबर 1885 को मंडी में जन्मे भाई हिरदा राम का 21 अगस्त, 1965 को देहांत हुआ था।