एक्शन मोड में बिट्‌टू, समस्या सुनकर तत्काल कार्रवाई, सही काम है तो तत्काल समाधान, सुक्खू के भरोसे पर खरे उतरने में कर्मठता से जुटे

शिमला. मुख्यमंत्री के राजनैतिक सलाहकर सुनील शर्मा बिट्‌टू अपने कार्यालय में क्विक एक्शन मोड में दिखते हैं। कार्यालय में आने वाले लोगों की समस्या सुनकर तत्काल कार्रवाई करते हैं, समस्या सही है तो समाधान में सही तरीके से तत्काल हो जाएगा। बिट्‌टू की वर्किंग स्टाइल में जबरदस्त मैनेजमेंट का फंडा हैं। वह एक समस्या सुनते हैं, उस पर कार्रवाई करते हैं और फिर दूसरे की समस्या सुनते हैं। ऐसा नहीं कि टेबल पर दर्जनों कागज रख लें, लेकिन एक्शन किसी पर न हो। कार्यालय में आने वाले सभी लोगों की बात सुनते हैं और समाधान का प्रयास करते हैं। बुधवार को बिट्‌टू के कार्यालय में काफी समय बिताने के दौरान देखा कि वह सिर्फ काम की बात करते हैं। समस्या लेकर आने वाले लंबी चौड़ी भूमिका बांधने का प्रयास करते हैं लेकिन बिट्‌टू सीधे सीधी बात करते हैं। सीधे तौर पर समस्या समझते हैं और संबंधित अधिकारी को फोन कर समस्या के समाधान की बात कहते हैं।

मुख्यमंत्री सुखबिंदर सिंह सुक्खू से जो भी लोग समस्या लेकर मिलते हैं, सुक्खू भरोसे के साथ कहते हैं कि जाकर बिट्‌टू से मिलो, काम हो जाएगा। बुधवार के दिन मुख्यमंत्री जनता से मिले और समस्याएं सुनी। इसके बाद बिट्‌टू के पास लोगों का तांता लगा रहा। अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक सभी बिट्‌टू के कार्यालय में दस्तक देते रहे। बिट्‌टू के पास हिमको फेड के कर्मचारी अपने पे स्केल की समस्या लेकर पहुंचे तो बिट्‌टू ने पूरी समस्या समझी और फिर अधिकारी को फोन कर कहा कि इस मामले की पूरी फाइल कल सुबह 11 बजे लेकर आएं। आखिर इन कर्मचारियों के पे स्केल का मामला क्यों लटका है। इसी तरह ऊना जिले से एक व्यक्ति समस्या लेकर आया तो वहां भी अधिकारी को फोन कर समस्या समाधान के लिए कहा। मुख्यमंत्री के डीओ पर शिक्षा विभाग के प्रोफेसर का ट्रांसफर आर्डर नहीं हुआ तो शिक्षा विभाग के डायरेक्टर से आर्डर न होने का कारण पूछा और कहा कि कल इस फाइल को लेकर आओ मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे। इसी तरह मंडी जिला से एक पंचायत प्रतिनिधि आया तो उसकी समस्या के समाधान के लिए मंडी के अधिकारी से बात कर समस्या के समाधान की बात कही। बिट्‌टू के पास एक महिला अपनी समस्या लेकर आईं। बिट्‌टू ने उनकी समस्या सुनी और कहा कि आप थोड़ा इंतजार करें, मुख्यमंत्री मीटिंग से फ्री होते हैं तो उनसे मिलकर समस्या का समाधान कराते हैं। इस तरह बिट्‌टू अपने प्रबंध कौशल से सबकी सुनकर समस्या का तत्काल समाधान करने का प्रयास करने में जुटे हैं।

शासक की कामयाबी उसके सलाहकारों की विश्वनीयता और कर्मठता से कार्य करने पर निर्भर होती है। कर्मठ, ईमानदार और विश्वासपात्र साथी बिट्‌टू को राजनैतिक सलाहकार का पद देकर सुक्खू ने बहुत सटीक निर्णय लिया है। बिट्‌टू जैसे सलाहकार होंगे तो फिर सुक्खू की सफलता तय है। हमीरपुर के लोग बिट्‌टू को अच्छी तरह जानते हैं कि वह एक समान्य परिवार से आए हैं और सुक्खू के साथ दो दशक से ज्यादा समय से समर्पण के साथ काम करने में जुटे हैं। अब सुक्खू ने प्रदेश के मुख्यमंत्री की कमान संभाली तो सबसे विश्वासपात्र और ईमानदार साथी को राजनैतिक सलाहकार के रुप में तैनाती है। बिट्‌टू भी सुक्खू के भरोसे पर पूरी तरह खरे उतरने के लिए कर्मठता के साथ काम करने में जुटे हैं। बिट्‌टू किसी भी प्रकार के दिखावे में नहीं उलझे हैं। वह मुख्यमंत्री के साथ कभी आगे पीछे नजर नहीं आते। मुख्यमंत्री जनता से मिलते हैं, अधिकारियों से मीटिंग करते हैं, वहां जब जरुरत हो तभी बिट्‌टू जाते हैं। नहीं तो वह अपने कार्यालय में बैठकर जनता की समस्याओं का समाधान करते रहे हैं।