पूर्व विधायक के. एल. ठाकुर के साथ नालागढ़ की जनता, समर्थकों के दवाब में लड़ेंगे चुनाव, देंगे कड़ी चुनौती

 

 संदीप उपाध्याय 

शिमला. नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रहे के. एल. ठाकुर के समर्थन में पूरा भाजपा मंडल के साथ-साथ जनता भी खड़ी नजर आ रही है। आज सुबह जैसी ही भाजपा के टिकट की सूची में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए लखविंद्र राणा का नाम देखा। सैकड़ों की संख्या में समर्थक केएल ठाकुर के घर पहुंच गए। केएल ठाकुर के समर्थन में भाजपा नालागढ़ मंडल के सभी पदाधिकारियों सहित जिला और प्रदेश के पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया। नालागढ़ के ठाकुर समर्थक पूर्व विधायक पर दवाब बना रहे हैं कि जनता के हित में वह निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में चुनाव मैदान में उतरें। इस बारे में केएल ठाकुर ने कहा कि नालागढ़ भाजपा के मंडल पदाधिकारियों सहित सैकड़ों समर्थकों का दवाब है कि वह चुनाव लड़ें। मुझे समर्थकों के दवाब के कारण चुनाव लड़ना पड़ेगा। केएल ठाकुर निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में 21 तारीख को नामांकन दाखिल करेंगे।

केएल ठाकुर नालागढ़ से पहले विधायक रहे हैं। प्रदेश में भाजपा सरकार के होते हुए नालागढ़ क्षेत्र में विकास कार्यों को कराने में सफल रहे। चुनावों के समय अचानक कांग्रेस के विधायक लखविंद्र राणा भाजपा में शामिल हो गए। राणा के भाजपा में शामिल होते समय टिकट देने की कोई बात नहीं थी। इस कारण केएल ठाकुर शांत रहे। अब जब भाजपा  ने राणा को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया तब ठाकुर समर्थकों ने विरोध में इस्तीफा दे दिया है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप के नाम सौंपे गए इस्तीफे में कार्यकर्ताओं ने लिखा कि नालागढ़ में पैराशूट से उतरे नेता को टिकट दिया गया है। जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कार्यकर्ताओं का कहना है कि जिसे व्यक्ति ने 1998 में टिकट न मिलने पर पार्टी के बैनर और झंडे जला दिए है। वह दो बार कांग्रेस पार्टी में रहकर सत्ता सुख भोगा। जब उसे कांग्रेस से हार दिखी तो वह भाजपा में आ गए। कांग्रेस में रहने हुए उसने भाजपा कार्यकर्ताओं से साथ मारपीट की और प्रताड़ित भी किया था। पुलिस के केस दर्ज कराए थे। ऐसे नेता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिसे कांग्रेस नेता के खिलाफ भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ताओं ने 25 साल लड़ाई लड़ी है आज उसे नेता को भाजपा प्रत्याशी बना रही है। जिसे सहन नहीं किया जाएगा। राणा को भाजपा टिकट देने से भाजपा नेताओं ने विरोध में इस्तीफा दे दिया है। अब पूर्व विधायक केएल ठाकुर निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में चुनाव मैदान में उतरने को तैयार है। केएल ठाकुर के चुनाव मैदान में उतरने से भाजपा प्रत्याशी राणा के सामने बड़ी चुनौती खड़ी होगी।