पर्यावरण संरक्षण के लिए उद्योगों को स्वनियमन अपनाने की आवश्यकता: संजय गुप्ता

हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एचपीएसपीसीबी) के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने आज जिला सोलन के क्षेत्रीय कार्यालय बद्दी में एचपीएसपीसीबी के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
उन्होंनेे औद्योगिक इकाइयों के अनुपालन की स्थिति की समीक्षा की और सभी इकाइयां में विभिन्न प्रदूषण मानदंडों को जल, वायु और पर्यावरण संरक्षण अधिनियमों के अनुरूप सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि क्षेत्र में नगर निकायों के नियमन पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि इन क्षेत्रों में उनके द्वारा ठोस कचरा प्रबंधन, प्लास्टिक कचरे का निस्तारण और साफ-सफाई ठीक से हो सके।
संजय गुप्ता ने बोर्ड के सुदृढ़ीकरण के दृष्टिगत अपने सुझाव दिए और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहयोग का आश्वासन दिया।
इसके उपरांत, संजय गुप्ता ने बद्दी के निकट झाड़माजरी में बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ औद्योगिक संघ (बीबीएनआईए) के साथ एक संवाद बैठक भी की जिसमें एसोसिएशन के सदस्यों ने भाग लिया। उन्होंने औद्योगिक संचालन के संबंध में उनके सामने आने वाले विभिन्न मुद्दों और समस्याओं को उठाया।
संजय गुप्ता ने प्रदूषण को कम करने और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए उद्योगों से स्व-नियमन अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने बीबीएनआईए से अपने कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने का भी आग्रह किया ताकि वे एचपी-ओसीएमएमएस पोर्टल की सुविधा का लाभ भी उठा सकें। उन्होंने आश्वासन दिया कि संघ की समस्याओं का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव अपूर्व देवगन ने पर्यावरण से संबंधित विभिन्न मुद्दों और बोर्ड द्वारा की गई विभिन्न पहलों के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से नमूना संग्रहण और पारदर्शिता के लिए पीसीबी के सैंपलिंग मॉड्यूल को अपग्रेड किया गया है।
मुख्य पर्यावरण अभियंता, क्षेत्रीय कार्यालय बद्दी ने उद्योगों की वर्तमान स्थिति और बोर्ड के कार्यकलापों के बारे में प्रस्तुति दी।
उद्योग संघ की ओर से बीबीएनआईए के अध्यक्ष राजेंद्र गुलेरिया और एचडीएमए के अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने बीबीएन क्षेत्र में उद्योगों के वर्तमान परिदृश्य के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर कॉमन एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट और एपीआई निष्पादन से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा भी की गई।
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