मंत्री पर लगे जमीन खरीद के आरोपों की जांच शुरु, सरवीन चौधरी दिल्ली पहुंची, राष्ट्रीय नेताओं से कर सकती हैं मुलाकात

 

शिमला. सरकार की मंत्री पर लगे जमीन खरीद के मामले की जांच शुरु हो गई है। सूचना के अनुसार बिजिलेंस ने जमीनी खरीद से संबंधित मिली शिकायत की प्रारंभिक जांच शुरु कर दी है। शिकायत में लगाए गए आरोपों में ठोस सबूत पाए जाने पर आगे की जांच हो सकती है। जिसके लिए बिजिलेंस सरकार से परमीशन मांगेगी। इस जांच से प्रदेश की सियासत फिर गरम हो गई है। पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने मंत्री के परिवार पर हजारों कनाल जमीन खरीदने के आरोप लगाए थे। वहीं सरवीन चौधरी ने अपनी सफाई देते हुए कहा था कि पति और बेटे के नाम पर जमीन खरीदी गई है लेकिन इसमें गैरकानूनी कुछ नहीं है। सभी जमीन कानून के दायरे में खरीदी गई है। वहीं मंत्री सरवीन चौधरी दिल्ली सरकारी काम से गईं हैं। दिल्ली में वह भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात कर सकतीं हैं। सूत्रों के अनुसार सरवीन चौधरी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा और केंद्रीय राज्य वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर से भी मुलाकात कर सकतीं हैं। मंत्री पर लगे जमीन खरीदी के आरोप की जांच से प्रदेश की सियासत फिर गरमा गई है और विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने भी सरकार से जमीन खरीदी मामले की जांच कराने की मांग कर दी है। सरकार को इस बात का डर भी है कि विपक्ष इसे विधानसभा के सत्र में भी जोर शोर से उठा सकती है और सरकार के खिलाफ एक बड़ा मुद्दा बना सकती है। जिससे सरकार पर भी विपक्ष के आरोपों का संकट पैदा हो गया है।  

जमीन खरीदी मामले की शिकायत के आधार पर बिजिलेंस ने प्रारंभिक जांच शुरु कर दी है।  शिकायत का डिस्क्रीट वेरिफिकेशन किया जा रहा है। इस वेरिफिकेशन में अगर शिकायत में मिले आरोपों को लेकर कुछ ठोस जानकारी मिलती है तो विजिलेंस ब्यूरो मंत्री के खिलाफ नियमित जांच की अनुमति मांगेगी। 2018 में हुए प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के संशोधन के बाद राजपत्रित अधिकारी या सांविधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के खिलाफ जांच के लिए सरकार से अनुमति लेना आवश्यक है। शिकायत के आरोप ठोस हुए तो तय है कि बिजिलेंस आगामी जांच के लिए सरकार से अनुमति मांगेगी और सरकार भी जांच की अनुमति प्रदान कर देगी। बिजिलेंस की आगामी जांच शुरु होते ही मंत्री की मुश्किल बढ़ सकती हैं। जांच का नतीजा तो लंबे समय बाद ही आएगा लेकिन विपक्ष सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर घेरना शुरु कर देगा जिससे सरकार और मंत्री दोनों को भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करना पड़ेगा।

 

मनकोटिया ने लगाए थे जमीनी खरीदी के ये आरोप

पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने तथ्यों के साथ हजारों बीघा जमीन खरीद के आरोप लगाए हैं। मेजर मनकोटिया का आरोप है कि कांगड़ा जिला के एक मंत्री के रिश्तेदारों ने कांगड़ा जिले के फतेहपुर और शाहपुर क्षेत्र में हजारों बीघा जमीन खरीदी है। मनकोटिया का यह मानना है कि यह जमीन की खरीद किसी विशेष मकसद से खरीदी गई है। मनकोटिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और राज्यपाल को पत्र लिखकर हजारो बीघा जमीन खरीदने की जांच करने की मांग की है।  मेजर मनकोटिया ने आरोप लगाया है कि कांगड़ा जिले की फतेहपुर तहसील के मोहाल पट्‌टी गांव में पवन कुमार, पुरषार्थ, सुबोध चौधरी, दीपक, सुमन और रेनू सहित कई लोगों ने 1100 कनाल से अधिक की जमीन खरीदी है। इन्हीं लोगों ने शाहपुर और धर्मशाला में भी कई जगह जमीन खरीदी है। मनकोटिया का आरोप है कि सैकड़ों कनाल जमीन खरीदने वाले सभी लोग मंत्री के रिश्तेदार या राजनैतिक करीबी लोग हैं। जमीन खरीदी के लिए क्षेत्र में मंत्री के साथ भूमाफिया मिला हुआ है जिससे सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए।