कई जिंदगियां बचाने वाले नंद किशोर की पत्नी को सौंपा नियुक्ति पत्र ……………..

पंडोह बस हादसे में अपनी जान की परवाह किए बिना 38 सवारियों की जान बचाने वाले एच.आर.टी.सी. के चालक स्व. नंद किशोर की पत्नी चिंता देवी को हिमाचल सरकार ने नौकरी दे दी है। मुख्यमंत्री से मिले निर्देशों के बाद एच.आर.टी.सी. प्रबंधक निदेशक संदीप कुमार ने सोमवार को स्व. नंद किशोर के घर जाकर उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपा। चिंता देवी को एच.आर.टी.सी. में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कोटली बस स्टैंड में नियुक्ति दी गई है। प्रबंधक निदेशक संदीप कुमार ने बताया कि शिमला मुख्यालय में दस्तावेज प्राप्त होते के बाद एक दिन में प्रक्रिया को पूरा किया गया। उन्होंने बताया कि एच.आर.टी.सी. ने 1.25 लाख रुपए सहायता राशि के रूप में नंद किशोर के परिवार को दिए हैं, वहीं एच.आर.टी.सी. परिवार ने विशेषकर चालकों-परिचालकों ने योगदान देकर 55 हजार रुपए उनके परिवार सौंपे हैं। इसके अलावा 25 हजार रुपए परिवहन मंत्री ने अपनी ओर से प्रभावित परिवार को दिए हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन की ओर से भी सहायता राशि दी गई है। स्वर्गीय नंद किशोर की पत्नी को अनुकंपा आधार पर नहीं बल्कि एच.आर.टी.सी. की विशेष पॉलिसी की वजह से इतने कम समय में नौकरी दे पाना संभव हुआ है।

एच.आर.टी.सी. प्रबंधक निदेशक संदीप कुमार ने बताया कि बस हादसे में घायल बस कंडक्टर निशांत का पी.जी.आई. में इलाज चल रहा है। परिवहन निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों ने 55 हजार रुपए की राशि परिचालक के इलाज के लिए मुहैया कराई है। चंडीगढ़ में पथ परिवहन निगम के स्टाफ को प्रभावित परिवार को जब भी कोई किसी भी प्रकार की जरूरत हो तो उन्हें तुरंत सहायता मुहैया करवाने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि एच.आर.टी.सी. के ट्रैफिक मैनेजर ने खुद पी.जी.आई. जाकर घायल निशांत का हाल जाना। इस दौरान उन्होंने निशांत की मां से भी मुलाकात की और उन्हें निगम की ओर से 20,000 रुपए सौंपे। बता दें कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 4 अप्रैल को हुए इस हादसे के बाद क्षेत्रीय अस्पताल मंडी का दौरा कर नंद किशोर के परिवार के सदस्यों से मिलकर अपना दुख जताया था और उनके परिवार को सरकार की ओर से हरसंभव सहायता और पात्रता के अनुरूप नौकरी देने का भरोसा दिलाया था।