ठियोग से कांग्रेस टिकट के लिए कुलदीप राठौर का नाम लगभग फाइनल, दीपक राठौर और इंदु वर्मा कितना साथ देंगे, अब यह बड़ा सवाल

संदीप उपाध्याय

शिमला. कांग्रेस हाईकमान दिल्ली में हिमाचल विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नाम पर मंथन कर रही है। अभी तक की प्राप्त सूचना के अनुसार शिमला जिले की ठियोग विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व वर्तमान में राष्ट्रीय प्रवक्ता कुलदीप राठौर के नाम पर सीनियर नेताओं में सहमति बन गई है। उम्मीद है कि शीघ्र आने वाली पहली सूची में कुलदीप राठौर के नाम का ऐलान हो जाएगा। अब सवाल उठता है कि भाजपा के पूर्व विधायक रहे स्वर्गीय राकेश वर्मा की पत्नी इंदु वर्मा क्या रास्ता अपनाएंगी। इंदु वर्मा भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुईं है। संभावना यही थी कि कांग्रेस इंदु वर्मा को टिकट देगी। इसके साथ ही पूर्व में ठियोग से कांग्रेस प्रत्याशी रही दीपक राठौर का रास्ता क्या होगा। अभी टिकट का ऐलान नहीं हुआ है, जिसके कारण इंदु वर्मा और दीपक राठौर की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई। लेकिन यह सवाल तो है कि अगर कुलदीप राठौर को टिकट मिलता है तो इंदु वर्मा और दीपक राठौर कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी कुलदीप राठौर का कितना साथ देंगे।

प्रदेश में 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद हाईकमान ने कुलदीप राठौर को प्रदेशाध्यक्ष बनाया था। कुलदीप राठौर लंबे समय से प्रदेशाध्यक्ष पद पर रहे लेकिन अब चुनावों के समय राठौर को हटाकर प्रतिभा सिंह को प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी दी गई। प्रदेशाध्यक्ष पद से हटे कुलदीप राठौर राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाए गए। इसके बाद कुलदीप राठौर विधानसभा चुनावों को लेकर ठियोग क्षेत्र में सक्रिय हैं। अब कांग्रेस कुलदीप राठौर को ही उम्मीदवार बना रही है।

गत चुनावों में कांग्रेस और भाजपा दोनों को हार का सामना करना पड़ा था। ठियोग से वर्तमान में कम्यूनिष्ट पार्टी के राकेश सिंघा विधायक हैं। ठियोग से भाजपा के पूर्व में विधायक रहे राकेश वर्मा का अचानक निधन हो गया। जिससे उनकी पत्नी इंदु वर्मा राजनीति में सक्रिय हुईं। इंदु वर्मा भाजपा में ज्यादा समय नहीं रह सकीं और दिल्ली में जाकर कांग्रेस में शामिल हो गईं। जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा था कि इंदु वर्मा को ही कांग्रेस उम्मीदवार बनाएगी। लेकिन दिल्ली से मिल रहीं सूचनाओं के अनुसार कांग्रेस इंदु वर्मा को नहीं कुलदीप राठौर को जिताऊ उम्मीदवार के रुप में देख रही है और उनके नाम पर सहमति बन गई है। कुलदीप राठौर अपने लंबे राजनैतिक जीवन में कांग्रेस के सीनियर नेता आनंद शर्मा के करीबी माने जाते हैं। प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद वह पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के दरबार में भी नतमस्तक होते रहे हैं। अब देखना है कि कांग्रेस की सूची में सच में कुलदीप राठौर का नाम का ऐलान होता है तो इंदु वर्मा और दीपक राठौर क्या रास्त अपनाते हैं या वह कितना कुलदीप राठौर के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलते हैं।