मंत्री की कुर्सी के लिए खतरा न बन जाए भूमि खरीद, मेजर मनकोटिया ने तथ्यों के साथ लगाए हैं आरोप, जांच में होगा खुलासा

शिमला. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सरकार के एक मंत्री आरोपों के घेरे में आ गए हैं। पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने तथ्यों के साथ हजारों बीघा जमीन खरीद के आरोप लगाए हैं। मेजर मनकोटिया का आरोप है कि कांगड़ा जिला के एक मंत्री के रिश्तेदारों ने कांगड़ा जिले के फतेहपुर और शाहपुर क्षेत्र में हजारों बीघा जमीन खरीदी है। मनकोटिया का यह मानना है कि यह जमीन की खरीद किसी विशेष मकसद से खरीदी गई है। मनकोटिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और राज्यपाल को पत्र लिखकर हजारो बीघा जमीन खरीदने की जांच करने की मांग की है। मनकोटिया ने मुख्यमंत्री ने मंत्री को पद से हटाने की मांग भी की है जिससे निष्पक्ष जांच हो सके। मनकोटिया ने राजस्व विभाग के रिकार्ड के आधार पर यह आरोप लगाए हैं जिससे तय है कि मामले की जांच तो होगी ही। यदि मनकोटिया के आरोप सही साबित हुए तो मंत्री की कुर्सी को खतरा हो सकता है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की बात करते हैं। तो निश्चित है कि मंत्री पर लगे आरोप सही पाए गए तो मुख्यमंत्री उक्त मंत्री को मंत्रीमंडल से बाहर का रास्ता दिखा देंगे। इस मामले की जांच को सरकार किसी भी कीमत पर दबा नहीं सकती क्योंकि मनकोटिया ने यह पत्र प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और राज्यपाल को भी लिखा है। जिससे सभी के कार्यालय से यह पत्र हिमाचल सरकार को आएगा कि इसकी जांच की जाए। जिससे सरकार को इसकी जांच निष्पक्षता से करानी ही पड़ेगी। मेजन मनकोटिया ने आरोप तो लगाए लेकिन मंत्री का नाम नहीं लिया लेकिन इशारों में यह बात कह दी कि सियासत को समझने वाले समझ गए कि मंत्री कौन हैं। मनकोटिया ने यह साफ जरुर किया कि कांगड़ा जिले का ही मंत्री है। 

मेजर मनकोटिया ने आरोप लगाया है कि कांगड़ा जिले की फतेहपुर तहसील के मोहाल पट्‌टी गांव में पवन कुमार, पुरषार्थ, सुबोध चौधरी, दीपक, सुमन और रेनू सहित कई लोगों ने 1100 कनाल से अधिक की जमीन खरीदी है। इन्हीं लोगों ने शाहपुर और धर्मशाला में भी कई जगह जमीन खरीदी है। मनकोटिया का आरोप है कि सैकड़ों कनाल जमीन खरीदने वाले सभी लोग मंत्री के रिश्तेदार या राजनैतिक करीबी लोग हैं। जमीन खरीदी के लिए क्षेत्र में मंत्री के साथ भूमाफिया मिला हुआ है जिससे सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए।