मंडी उपचुनाव : युवा चेहरा अजय राणा भाजपा के सशक्त दाबेदार, सत्ता और संगठन में चल रहा मंथन

शिमला. मंडी संसदीय क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है। मंडी के सांसद रामस्वरुप शर्मा के आकस्मिक निधन के बाद संसदीय क्षेत्र में उपचुनाव होंगे। मंडी संसदीय क्षेत्र में भाजपा के मजबूत दाबेदारों में क्षेत्र के युवा चेहरा अजय राणा की दाबेदारी सशक्त मानी जा रही है। यह तय है कि भाजपा की ओर से मंडी में संगठन से जुड़ा नया और युवा चेहरा ही उम्मीदवार होगा। जिससे अजय राणा की दाबेदारी बहुत ही मजबूत मानी जा रही है। मंडी में उम्मीदवारी को लेकर सत्ता और संगठन में मंथन चल रहा है। इस मंथन में अजय राणा के नाम की चर्चा भी शामिल है।
अजय राणा की दाबेदारी इसलिए भी बहुत सशक्त है क्योंकि वह गत 30 वर्ष से अधिक समय से भाजपा से संबंधित संगठनों से जुड़े हैं और महत्पूर्ण पदों पर रहकर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर कार्य किया है। अजय राणा ने राजनीति की शुरुआत छात्र जीवन से ही कर दी थी और वह सबसे पहले 1983 से 87 तक विद्यार्थी परिषद के सुंदरनगर के अध्यक्ष रहे हैं। इसके बाद 1991 में एचपी यूनिवर्सिटी में विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष रहे हैं। जिसके कारण वह प्रदेश स्तर पर युवाओं के साथ मिलकर कार्य किया है। विद्यार्थी परिषद के बाद वह युवा मोर्चा में भी प्रदेश उपाध्यक्ष रहे और उसके बाद युवा मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे हैं। युवा मोर्चा में रहते हुए अजय राणा ने संगठन के लिए प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले आंदोलनों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। राणा 2003 से 2006 तक युवा मोर्चा के राज्य महासचिव पद पर रहकर संगठन को धरातल स्तर पर मजबूत करने में प्रमुख भूमिका अदा की है। युवा मोर्चा की राजनीति से आगे बढ़कर राणा ने भाजपा जनता पार्टी में कदम रखा और 2009 से 12 तक भाजपा के प्रदेश् उपाध्यक्ष् रहे हैं और उसके बाद लगातार भाजपा प्रवक्ता पद की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। संगठन में कार्य करने के साथ-साथ राणा सरकारी संस्थाओं में बतौर सदस्य रहकर कार्य किया है, जिससे राणा को सरकार में कार्य करने का भी अनुभव हासिल है। राणा रेल्वे बोर्ड के सदस्य रहने के साथ-साथ ट्रांसपोर्ट बोर्ड के साथ यूथ बोर्ड के सदस्य भी रहे हैं। भाजपा संगठन की राजनीति में 30 वर्षों से अधिक समय तक काम करने के कारण राणा अब मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में मजबूत दाबेदार के रुप में देखे जा रहे हैं।
मंडी संसदीय क्षेत्र में उपचुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। कांग्रेस प्रत्याशी के रुप में आश्रय शर्मा को देखा जा रहा है, लेकिन अंतिम निर्णय तो टिकट की घोषणा के बाद ही होगा। मंडी जिले से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के होने के कारण भाजपा की स्थिति बेहतर मानी जा रही है। इसके साथ ही पार्टी के युवा चेहराअजय राणा के प्रत्याशी के रुप में मैदान में आने से भाजपा की जीत का सुनिश्चित किया जा सकता है। सत्ता और संगठन में अजय राणा के नाम पर मंथन चल रहा है और अंतिम मुहर तो हाईकमान ने ही लगानी है। लेकिन यह तय है कि अजय राणा सशक्त दाबेदार के रुप में पार्टी के सामने मैदान में हैं।