शिमला. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सरकार के लिए विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ही सबसे बड़ी चुनौती बने हुए हैं। अग्निहोत्री जनता के जमीनी मुद्दे उठाकर सरकार को लगातार घेर रहे हैं। वर्तमान में शराब माफिया से लेकर खनन माफिया के मुद्दे को लेकर अग्निहोत्री के सरकार पर आक्रामक हमले से पूरी सरकार हिली हुई नजर आ रही है। शराब माफिया और खनन माफिया को संरक्षण देने के मुद्दे पर घिरी सरकार के मंत्री से लेकर संत्री तक अग्निहोत्री पर हमलावर नजर आ रहे हैं। सरकार के मंत्री कह रहे कि अग्निहोत्री सरकार की मेहरबानी से विपक्ष के नेता बने हैं तो संत्री कह रहे कि मुकेश अपनी ही पार्टी के नेताओं के विरोध से घिरे हें और कुर्सी बचाने के लिए सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। लेकिन यह सियासी सच है कि मुकेश अग्निहोत्री लगातार पूरे दमखम से जमीन मुद्दों को लेकर सरकार को घेर रहे हैं और सीधे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर ही हमला करते हैं। मुकेश के आरोपों से घिरी सरकार के मंत्री सुरक्षा कवच की तरह मुकेश पर हमलावर होकर पलटवार कर रहे हैं।
विधानसभा में विपक्ष के नेता की कुर्सी संभालने के बाद मुकेश अग्निहोत्री सदन से लेकर सड़क तक सरकार को लगातार घेरते रहे हैं। अपनी सियासी रणनीति के तहत अग्निहोत्री कांग्रेस के सभी विधायकों को साथ लेकर सरकार के खिलाफ हर मोर्चे पर खड़े नजर आते हैं। प्रदेश की सियासत में लगातार सक्रिय अग्निहोत्री हर मोर्चे पर सरकार पर आक्रामक हमला करते हैं। मुख्यमंत्री के गृह जिले मंडी में जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत के मामले को अग्निहोत्री ने दमखम से उठाया और इस मामले में पूरी सरकार घिरी नजर आई। प्रदेश का आबकारी विभाग सीधे मुख्यमंत्री के अधीन होने के कारण विपक्ष के नेता ने सीधे मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराते हुए सरकार को घेरा। अग्निहोत्री के दवाब का ही नतीजा है कि अब सरकार शराब माफिया के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है। दो दिन पूर्व ही मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाए कि प्रदेश में शराब माफिया और खनन माफिया सरकार के संरक्षण में दनदना रहा है। मुकेश अग्निहोत्री के आरोपों से पूरी सरकार हिल गई । जिसका परिणाम रहा कि सरकार के मंत्री और भाजपा के पदाधिकारी मुकेश अग्निहोत्री पर पलटवार करते हुए नजर आए।
मंत्री वीरेंद्र कंवर बोले : एहसान से नेता विपक्ष बने मुकेश, लेकिन सीएम बनने को चुनौतियां बहुत
ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, मत्स्य तथा पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के एहसान से नेता विपक्ष की कुर्सी पर बैठे, लेकिन मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचने के लिए उन्हें कई चुनौतियों से पार पाना पड़ेगा। कंवर ने कहा कि सबसे पहले तो उन्हें अन्य 11 जिलों के 15 कांग्रेसी नेताओं से लड़ना होगा, जो मुकेश अग्निहोत्री की ही तरह खुद को अपने-अपने जिलों में मुख्यमंत्री पद का दावेदार बता रहे हैं। उसके बाद भी एक लंबी सियासी लड़नी होगी। इसलिए पहले वह घर में निपट लें, फिर सीएम की कुर्सी का सपना देखें।
जम्बाल बोले : कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष अपनी कुर्सी बचाने में लगे है तभी अपनी राजनीति चमकाने में लगे है
भाजपा प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल ने कहा की कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल के लोकप्रिय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को लेकर बेबुनियाद बयानबाजी कर रहे है। उन्होंने कहा की मुकेश अग्निहोत्री केवल अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे है, वर्तमान में कांग्रेस की लड़ाई सड़को तक उतर आई है शायद कांग्रेस नेता को यह लड़ाई नहीं दिखती। उन्होंने कहा की जिस प्रकार से जयराम सरकार ने शराब, खनन व वन माफिया पर नकेल कसी है वह एतिहासिक है, इस प्रकार से आज से पहले कभी नहीं हुआ। लागत है की नेता प्रतिपक्ष अपनी कुर्सी बचाने में लगे है तभी अपनी राजनीति चमकाने में लगे है।उन्होंने कहा की हिमाचल की जनता जानती है की काम किसने किया है और लोगों को गुमराह किसने किया है। कांग्रेस को पता है की आने वाले विधान सभा चुनावों में वो भाजपा से एक बार फिर हारने वाले है।
इस तरह सरकार के मंत्री और संगठन के महामंत्री मुकेश अग्निहोत्री पर पलटवार कर रहे हैं लेकिन सत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता किए बिना अग्निहोत्री ने चारों सालों तक बेहतर विपक्ष के नेता की भूमिका अदा की, जिसका ही परिणाम है कि अग्निहोत्री कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता के रुप में उभरे हैं। प्रदेश में कांग्रेस की आवाज बने मुकेश अग्निहोत्री के पीछे कांग्रेसी नेताओं की लंबी लाइन लगने लगी है। प्रदेश की अधिकांश विधानसभा क्षेत्र के नेता अग्निहोत्री को अपने क्षेत्र में रैलियों व कार्यक्रमों के लिए आमंत्रित कर हैं।