फतेहपुर को फतह करने की सियासत, स्वर्गीय पठानिया की मजबूत राजनैतिक विरासत के चलते कांग्रेस मजबूत, भाजपा को सत्ता का सहारा, परमार पर बाहरी होने का तमगा

शिमला. कांगड़ा जिले की फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र को फतह करने की सियासत तेज हो गई है। जिसके लिए कांग्रेस और भाजपा के नेता कमर कस रहे हैं। फतेहपुर के विधायक सुजान सिंह पठानिया के निधन के बाद अब उपचुनाव होना है। उपचुनाव के लिए शुरुआत रुझानों से साफ नजर आ रहा है कि स्वर्गीय पठानिया की मजबूत राजनैतिक विरासत भारतीय जनता पार्टी के सामने बड़ी चुनौती के रुप में खड़ी नजर आ रही है। अभी तक न तो चुनाव की तिथियों का ऐलान हुआ है और न ही पार्टी के प्रत्याशी तय हुए हैं, लेकिन सियासी चर्चाओं में कांग्रेस प्रत्याशी के रुप में स्वर्गीय पठानिया के पुत्र भवानी सिंह को तो भाजपा की ओर से पूर्व राज्यसभा सांसद कृपाल परमार को देखा जा रहा है। वहीं भाजपा के नेताओं का मानना है कि फतेहपुर से बलदेव ठाकुर भी मजबूत प्रत्याशी हो सकते हैं। वहीं फतेहपुर में पूर्व सांसद व मंत्री रहे राजन सुशांत की भूमिका को भी कम नहीं आंका जा सकता।

लाखों की नौकरी छोड़कर राजनीति में आने को तैयार भवानी
फतेहपुर को फतेह करने के लिए कांग्रेस व भाजपा की नेता विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हो गए हैं। कांग्रेस प्रत्याशी के रुप में देखे जा रहे भवानी सिंह पठानिया अभी तक राजनीति में नहीं आए थे। वह कार्पोरेट सेक्टर में बड़े पद पर एक करोड़ से अधिक के पैकेज पर नौकरी कर रहे थे। शुरुआत में ऐसी संभावना थी कि शायद भवानी सिंह राजनीति में न आएं। लेकिन कांग्रेस नेताओं के अनुसार भवानी सिंह से बातचीत हो चुकी है और वह राजनीति में आने को तैयार हो गए हैं यानि विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार हैं। जिससे यह माना जा रहा है कि कांग्रेस प्रत्याशी भवानी सिंह ही होंगे। यह तय है कि स्वर्गीय सुजान सिंह पठानिया की पाक साफ राजनैतिक छवि का फायदा भवानी सिंह को अवश्य मिलेगा।

रवि ठाकुर को प्रत्याशी बनाने की मांग कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ता

फतेहपुर क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ता रवि ठाकुर को कांग्रेस प्रत्याशी बनाने की मांग भी कर रहे हैं। रवि ठाकुर स्वर्गीय सुजान सिंह पठानिया के दमाद हैं। रवि ठाकुर फतेहपुर क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहे हैं और स्वर्गीय पठानिया के चुनाव में मोर्चा संभालते रहे हैं। वह हर चुनाव में कांग्रेस के प्रचार से लेकर रणनीति बनाने में सक्रिय रहे हैं। रवि ठाकुर क्षेत्र की जनता और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ वर्षों से लगातार संपर्क में रहे हैं जिससे क्षेत्र में उनकी पकड़ मजबूत है। रवि ठाकुर के कार्यकर्ताओं से लगातार संपर्क के कारण ही अब कांग्रेस कार्यकर्ता रवि ठाकुर को प्रत्याशी बनाने की मांग कर रहे हैं जिसे लेकर कांग्रेसी नेताओं के बीच रवि ठाकुर को प्रत्याशी बनाने पर चर्चा हो रही है। अब पठानिया परिवार के बीच चर्चा के बाद ही तय होगा कि वह किसे सियासत में लाने को तैयार होते हैं।

सत्ता के सहारे पूर्व राज्यसभा सांसद कृपाल परमार

वहीं भाजपा प्रत्याशी के रुप में अभी तक कृपाल परमार को देखा जा रहा है। कृपाल परमार 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में भी प्रत्याशी रहे हैं और उन्हें स्वर्गीय पठानिया से हार का सामना करना पड़ा था। अब फिर वह मैदान में नजर आ रहे हैं। परमार को मुख्य सहारा सरकार का है। इसी के चलते गत दिवस मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने फतेहपुर क्षेत्र का दौरा किया और विकास कार्यों की घोषणा की है। कृपाल परमार पूर्व में राज्यसभा के सांसद भी रहें हैं और कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके करीबी संबंध हैं। मोदी जब हिमाचल के प्रभारी हुआ करते थे तब परमार उनके साथ चलते रहे हैं। जिससे लगता है कि परमार को पार्टी का टिकट हासिल करने में परेशानी नहीं होगी। परमार के बारे में क्षेत्र में यही चर्चा रही कि वह बाहरी प्रत्याशी के रुप में देखे जाते हैं। परमार पठानकोट में रहते हैं लेकिन रहने वाले हिमाचल के हैं। जिससे उन पर बाहरी होने का तमगा लगा है।

मजबूत प्रत्याशी के रुप में देखे जा रहे बलदेव ठाकुर
फतेहपुर में बलदेव ठाकुर मजबूत प्रत्याशी के रुप में देखे जा रहे हैं। बलदेव ठाकुर मूल रुप से भाजपा के नेता हैं। वह 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़े थे। लेकिन 2017 में भाजपा ने कृपाल परमार को अपना प्रत्याशी बनाया तो नाराज बलदेव ठाकुर निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में मैदान उतरे और अपने दम पर 13 हजार वोट लेने में कामयाब रहे। इस तरह भाजपा के कुछ नेताओं का मानना है कि बलदेव ठाकुर को प्रत्याशी बनाया जाता है तो वह कांग्रेस प्रत्याशी के सामने बहुत ही मजबूत साबित होंगे और पार्टी की जीत को सुनिश्चित कर सकते हैं। अब देखना है कि भाजपा किसे अपना प्रत्याशी बनाती है और बलदेव ठाकुर अपनी सियासी पारी के रुप में क्या निर्णय लेते हैं।

राकेश पठानिया का अहम रोल, 16 पंचायतों में दबदबा

वन मंत्री राकेश पठानिया नूरपुर से विधायक हैं। फतेहपुर नूरपुर सब डिवीजन में आता है। भाजपा ने चुनाव के लिए पर्यवेक्षक और प्रभारी बना दिए हैं। जिसमें पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती को पर्यवेक्षक, उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर को प्रभारी और राकेश पठानिया को सह प्रभारी बनाया गया है। लेकिन फतेहपुर में वन मंत्री राकेश पठानिया की अहम भूमिका होगी। जानकारी के अनुसार फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 16 पंचायतें ऐसी हैं जो पहले नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में आतीं थीं, जिनमें राकेश पठानिया का खासा प्रभाव रहा है। जिसेस अब फतेहपुर की इन 16 पंचायतों में अपने प्रभाव का फायदा लेकर राकेश पठानिया अहम भूमिका निभा सकते हैं।

विधानसभा चुनाव 2017 में किसे कितने वोट मिले
विधानसभा चुनाव 2017 में फतेहपुर सीट से कांग्रेस के सुजान सिंह पठानिया ने जीत दर्ज की थी।
सुजान सिंह पठानिया कांग्रेस 18962
कृपाल परमार भाजपा 17678
बलदेव ठाकुर निर्दलीय 13090
राजन सुशांत निर्दलीय 6205