ठियोग की सियासत : दीपक राठौर और कुलदीप राठौर के बीच होगी कांग्रेस के टिकट की लड़ाई

संदीप उपाध्याय

शिमला. शिमला जिले की ठियोग विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की सियासत भी नए रंग में दिख रही है। गत चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे दीपक राठौर लगातार सक्रिय रहकर अपनी सियासी जमीन मजबूत करने में जुटे हैं तो कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर भी ठियोग विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं। ठियोग-कुमारसेन क्षेत्र में कुलदीप राठौर की सक्रियता से यह तय है कि अब ठियोग विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं। लेकिन ठियोग में कांग्रेस के टिकट की लड़ाई भी प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर और राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेशाध्यक्ष दीपक राठौर के बीच होना तय है।
ठियोग विधानसभा क्षेत्र में लंबे समय से पूर्व मंत्री और कांग्रेस की सीनियर नेता विद्या स्टोक्स कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करती रहीं हैं। स्वास्थ्य ठीक न रहने के कारण गत चुनाव में उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया। जिससे कांग्रेस हाईकमान में अच्छे संबंध रखने वाले युवा कांग्रेस के नेता दीपक राठौर टिकट लाने में कामयाब रहे। अचानक ठियोग की टिकट लाने के कारण दीपक कांग्रेसियों में अपना तालमेल नहीं बैठा सके। जिसके कारण ही गत विधानसभा चुनाव में पूरी कांग्रेस का साथ दीपक राठौर को नहीं मिल सका और वह पराजित हो गए। लेकिन इसके बाद दीपक राठौर लगातार विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं और अपनी सियासी जमीन मजबूत करने में जुटे हैं।
विधानसभा चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस की हार के बाद संगठन में भी बदलाव हुआ और सुखविंदर सिंह सुक्खू के स्थान पर कुलदीप राठौर प्रदेशाध्यक्ष बनाए गए। कुलदीप राठौर कांग्रेस के सीनियर नेता आनंद शर्मा के करीबी माने जाते हैं। कुलदीप राठौर कांग्रेस संगठन से तो लंबे समय से जुड़े रहे लेकिन अभी तक विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा है। प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद कुलदीप राठौर अपने गृह क्षेत्र ठियोग में सक्रिय हो रहे हैं जिससे तय माना जा रहा है कि वह ठियोग से विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। वर्तमान में कुलदीप राठौर को पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का आशीर्वाद भी प्राप्त है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन में फेरबदल होने पर प्रदेश के नए प्रभारी के रुप में राजीव शुक्ला की तैनाती हुई है। जिससे प्रदेश कांग्रेस में भी बदलाव की चर्चाएं होने लगी हैं। ऐसा माना जा रहा है कि प्रदेश में हो रहे पंचायत चुनाव के बाद प्रदेश कांग्रेस के संगठन में भी बदलाव होगा। जिसकी मांग प्रदेश कांग्रेस के कई सीनियर नेता कर रहे हैं।
गत चुनाव में ठियोग से कांग्रेस प्रत्याशी रहे दीपक राठौर भी पंचायती राज संगठन के माध्यम से पूरी तरह सक्रिय हैं। गत दिवस पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ मीटिंग के कारण दीपक राठौर सियासी चर्चा में आ गए हैं। सुखविंदर सिंह सुक्खू तेजतर्रार राजपूत नेता हैं और प्रदेश में कांग्रेस की सियासत में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। सुक्खू के साथ दीपक राठौर की जुगलबंदी चर्चा में आ गई है क्योंकि दीपक राठौर आगामी चुनावी में कुलदीप राठौर को टिकट के लिए चुनौती देंगे। दीपक राठौर युवा कांग्रेस के संगठन में राष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय रहे हैं और युवा कांग्रेस के चुनावी प्रभारी के रुप में कार्य किया है। जिससे उनका दिल्ली हाईकमान के समक्ष बेहतर संपर्क है। अब देखना है कि ठियोग विधानसभा क्षेत्र से कांगेस की टिकट लाने में कौन बाजी मारता है दीपक राठौर या कुलदीप राठौर। लेकिन यह तय है कि टिकट के लिए दोनों नेताओं के बीच मुकाबला कड़ा होगा।