विधायकों के समर्थन से बढ़ रही सुक्खू की सियासी ताकत, दिल्ली में की प्रदेशाध्यक्ष पद की दावेदारी

 

शिमला. कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखबिंदर सिंह सुक्खू की सियासी ताकत बढ़ रही है। प्रदेश में कांग्रेस के विधायकों का समर्थन सुक्खू को सीधे तौर पर मिल रहा है। विधायकों के समर्थन से बढ़ी सियासी ताकत के सहारे सुक्खू ने दिल्ली में प्रदेशाध्यक्ष पद की दावेदारी कर दी है। मीडिया में चल रहीं खबरों के अनुसार सुक्खू ने दिल्ली में कांग्रेस के दस विधायकों को साथ लेकर प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला से मिलकर प्रदेशाध्यक्ष पद की दावदारी कर दी है। अभी तक सुक्खू विधानसभा में विपक्ष के नेता पद की दावेदारी कर रहे थे। लेकिन प्रदेश में हुए विधानसभा के उपचुनावों में सुक्खू समर्थक प्रत्याशी जीते और विधायक बने। जिससे सुक्खू के समर्थक विधायकों की संख्या बढ़ गई है। जिससे अब सुक्खू सीधे प्रदेशाध्यक्ष पद की दावेदारी ठोंक रहे हैं। वह जानते हैं मुख्यमंत्री पद पाने के लिए प्रदेशाध्यक्ष पद बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसी रास्ते से ही मुख्यमंत्री पद की दावेदारी मजबूत होगी, जिसके चलते सुक्खू ने अब प्रदेशाध्यक्ष पद पाने की मुहिम छेड़ दी है।

सुक्खू के प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए जोर अजमाइश धर्मशाला में हुए विधानसभा के शीत कालीन सत्र के समय से ही शुरु हो गई थी। धर्मशाला में पार्टी के प्रदेश सह प्रभारी संजय दत्त के समक्ष भी सुक्खू समर्थक विधायकों ने शक्ति प्रदर्शन कर सुक्खू को प्रदेशाध्यक्ष बनाने की मांग की थी। हाल में सुक्खू अस्वस्थ्य हुए जिसके कारण उनका इलाज दिल्ली में हो रहा है। दिल्ली में सुक्खू समर्थक विधायकों ने डेरा जमाकर अब प्रदेशाध्यक्ष बनाने की मुहिम तेज कर दी है। सुक्खू के समर्थन में दस विधायकों ने प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला से मिलकर प्रदेशाध्यक्ष बनाने का दवाब बनाया है।  सुक्खू के समर्थक विधायकों में सतपाल रायजादा, लखविंदर राणा, रोहित ठाकुर, संजय अवस्थी सीधे तौर पर साथ है। इसके साथ ही पवन काजल, अनिरुद्ध सिंह, सुरेंद्र ठाकुर व जगत सिंह नेगी के भी सुक्खू के साथ होने की खबरें हैं। यह नाम मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार ही हैं, हम इसकी पुष्टि नहीं करते। अब देखना है कि सुक्खू प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी पाने में कितने कामयाब होते हैं।

प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान होने के लिए कांग्रेसी नेताओं की लंबी कतार है। जिसमें मुकेश अग्निहोत्री, प्रतिभा सिंह, कौल सिंह ठाकुर, रामलाल ठाकुर और आशा कुमारी का नाम प्रमुख दावेदारों में शामिल है। अब देखना है कि पार्टी हाईकमान प्रदेशाध्यक्ष पद पर बदलाव करता है कि नहीं और किसे प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी सौंपने का निर्णय लेता है।