मुकेश अग्निहोत्री के आक्रामक हमले से हवा में उड़ी सरकार की बजट की वाहवाही

न तुम ही बचोगे, न साथी तुम्हारे

जब डूबेगी कश्ती, तो डूबेंगे सारे

 शिमला. विधानसभा के सदन में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री पूरी आक्रामक अंदाज में गरजे। सीधे सरकार की विदाई का ऐलान करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर ही हमलावर रहे। अग्निहोत्री ने बजट को महाझूठ का पुलिंदा करार देते हुए दिवालिएपन का बजट बताया। भरे सदन में सीधे बजट दस्तावेज के एक एक पन्ने खोलकर मुख्यमंत्री के झूठ का पर्दाफाश किया। बताया कि मुख्यमंत्री किस तरह झूठे आंकड़ों के सहारे प्रदेश की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। अग्निहोत्री ने एक एक करके बजट के आंकड़ों की पोल खोलना शुरु किया तो मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक तिलमिलाते नजर आए। बार-बार उठकर अग्निहोत्री की बात काटने का प्रयास करते रहे। बजट दस्तावेज के आंकड़ों के दम पर सरकार पर झूठे आंकड़ों का आरोप लगाने वाले मुकेश अग्निहोत्री ने तो सरकार को चेलेंज भी कर दिया कि यदि उनकी बात गलत होगी तो वह इस्तीफा दे देंगे नहीं तो मुख्यमंत्री इस्तीफा दें। बजट दस्तावेजों का गहराई से अध्ययन करके आए अग्निहोत्री ने सरकार के द्वारा प्रस्तुत विकास दर, कर्ज के आंकड़ों, कर्मचारियों के मुद्दों से लेकर सामाजिक सुरक्षा पेंशन की घोषणा की पोल खोली तो विकास के मुद्दे पर नेशनल हाइवे, रेल के विस्तार, हवाई अड्डे निर्माण से लेकर औद्योगिक विकास के मुद्दे को लेकर घेरा। मुख्यमंत्री जयराम सरकार का अंतिम बजट था, जिसे सरकार ने चुनावी बजट के रुप में पेश कर वाहवाही लूटने का प्रयास किया तो विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने अपने आक्रामक हमलों से बजट को पोल खोल कर सरकार के वाहवाही लूटने के प्रयासों को हवा में उड़ा दिया।

 बड़ा शोर सुनते थे पहलू में दिल का

जो चीरा तो इक क़तराख़ूँ निकला।

 विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश में खिसकती जमीन की घबराहत में बजट पेश किया है। यह बजट पूरी तरह प्रदेश के दिवालिएपन का डॉक्यूमेंट प्रस्तुत किया है। अग्निहोत्री ने कहा कि बजट में सरकार ने बताया कि विकास दर 8 प्रतिशत से अधिक बताया गया है। गत वर्ष विकास दर माइनस 6 फीसदी से अधिक थी तो प्रदेश में ऐसा कौन सा विकास का जादू हो गया जिससे विकास दर 14 फीसदी से अधिक विकास हो गया है। यह सब झूठे आंकड़े पेश कर जनता को गुमराह किया जा रहा है। अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट में बताया कि सरकार पर 62 हजार करोड़ का कर्जा है और उसमें बताया गया है कि यह 70 हजार करोड़ तक हो जाएगा। अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री से कहा कि वह सदन में कहें कि 31 मार्च तक सरकार कोई कर्जा नहीं लेगी। अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश को कर्ज में डुबो रही है और आय जुटाने के कोई प्रयास नहीं किया। अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार ने 60 वर्ष की आयु पूरी तक चुके सभी लोगों को सामाजिक पेंशन 1700 देने का वायदा किया लेकिन उसमें भी कई राइडर लगाए हैं। जिससे लोगों को पूरी तरह गुमराह किया गया है। अग्निहोत्री ने कहा कि बजट का 71 फीसदी हिस्सा स्थायी खर्च पर है। सिर्फ 29 फीसदी ही बजट विकास के लिए बचा है। जिससे सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्या आदि क्षेत्रों में कितना बजट खर्च किया जाएगा, इसका जिक्र ही नहीं किया गया। अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार ने कर्मचारियों को  वेतन मान दिया लेकिन दो महीने बीतने के बाद भी आज तक किसी कर्मचारी ने वेतनमान नहीं लिया। बजट में ओपीएस पर कोई बात नहीं होने का मुद्दा भी अग्निहोत्री ने उठाया और कहा कि अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों को डंडे मारे और पुलिस से केस दर्ज कराए है। अग्निहोत्री ने कहा आउट सोर्स कर्मचारी इंतजार कर रहे थे कि सरकार उनके लिए कोई पॉलिसी बनाएगी और मुख्यमंत्री घोषणा कर रहे हैं कि आउट सोर्स कर्मचारियों को सेलरी स्लिप मिलेगी। अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार ने बेरोजगारों के साथ मजाक किया है। चार साल में सरकार ने युवाओं को नौकरी नहीं दी है, प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या 14 लाख अधिक हो गई है और सरकार चोर दरवाजे से नौकरी दे रही है। बजट में सरकार ने 30 हजार युवाओं को नौकरी देने की बात की है लेकिन विपक्ष सवाल पूछ रहा है कि सरकार स्पष्ट करे कि कितने पदों पर सरकारी नौकरी दी जाएगी। अब सरकार के चार महीने ही बचे हैं, इस समय में कहां नौकरी दी जाएगी, यह बताने में सरकार पूरी तरह नाकाम है। अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार दो विधानसभा क्षेत्र सराज व धर्मपुर के लोगों को ही चोर दरवाजे से नौकरी दे रही है। अग्निहोत्री ने कहा कि पहले सरकार ने 65 हजार करोड़ में 69 नेशनल हाइवे बनाने की बात गत विधानसभा चुनावों के समय की थी लेकिन पांच साल बीत जाने के बाद भी एक भी नेशनल हाइवे नहीं बन पाए। यह सरकार जनता को गुमराह कर झूठे आंकड़े पेश कर रही है। अग्निहोत्री ने कहा कि जनता ने सरकार की विदाई का मन बना लिया है, जिससे अब सरकार घबराहट में बजट में झूठी घोषणाएं कर रही है। अग्निहोत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार प्रदेश में विकास कराने में पूरी तरह नाकाम रही है। मुख्यमंत्री ने पहले कहा कि वह ऊना से हमीरपुर रेल लाइन के लिए प्रदेश का हिस्सा नहीं दे सकते। केंद्र सरकार से भी बजट में कुछ नहीं मिला। यह डबल इंजन की सरकार प्रदेश में रेल लाइन का विस्तार करने में पूरी तरह नाकाम रही है। जिससे अब सरकार की विदाई तय है।