मुकेश अग्निहोत्री की सियासी ताकत से हिमाचल में शुरु हुआ डिप्टी सीएम का रिवाज

 

जिस तरह यशवंत सिंह परमार प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रुप में जाने जाते हैं, उसी तरह मुकेश अग्निहोत्री प्रदेश के पहले उपमुख्यमंत्री के रुप में सामने आए

पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के समय भी उठती रही डिप्टी सीएम बनाने की मांग, लेकिन कभी बनाया नहीं गया

शिमला. छोटे से पहाड़ी प्रदेश हिमाचल को पहली बार मुकेश अग्निहोत्री के रुप में डिप्टी सीएम मिला है। कांग्रेस हाईकमान को डिप्टी सीएम बनाने का निर्णय मुकेश अग्निहोत्री की सियासी ताकत के कारण लेना पड़ा। विपक्ष के नेता रहते हुए मुकेश अग्निहोत्री ने पूर्व भाजपा सरकार को हर मोर्चे पर घेरा और कांग्रेस पार्टी को हमेशा फ्रंट फुट पर रखा। जिसका नतीजा रहा है कि विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला। पूरे देश में कांग्रेस की हालत खराब होने के बावजूद हिमाचल में कांग्रेस को सत्ता तक पहुंचाने के लिए मुकेश अग्निहोत्री ने पांच साल पूरे दम खम के साथ लड़ाई लड़ी। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की और सरकार बनी। कांग्रेस हाईकमान ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया लेकिन मुकेश अग्निहोत्री को नजरअंदाज करना हाईकमान के लिए संभव नहीं था। जिससे कांग्रेस हाईकमान ने मुकेश अग्निहोत्री की सियासी ताकत के चलते डिप्टी सीएम बनाने का निर्णय लिया। प्रदेश के 6 बार मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के समय कभी उपमुख्यमंत्री नहीं बनाया गया। ताकतवर मुख्यमंत्री के रुप में कार्य करने वाले वीरभद्र सिंह के समय भी उप मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठती रहीं, लेकिन कभी डिप्टी सीएम नहीं बनाया। इस बार हाईकमान ने हिमाचल प्रदेश में मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम बनाकर रिवाज शुरु किया है।

देशभर के अन्य राज्यों की सरकारों पर नजर डालें तो प्रदेश के ताकतवर राजनेताओं ने डिप्टी सीएम पद की कमान संभाली है। महाराष्ट्र की सियासत को देखें तो शिवसेना की एकनाथ शिंदे सरकार में पांच साल तक पूर्व भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री रहे देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम के पद पर कार्य कर रहे हैं। हिमाचल के सटे हरियाणा में दशकों तक राज करने वाले चौटाला परिवार के दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम के पद पर हैं। तो बिहार में दशकों तक राज करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के बेटे तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम के रुप में कार्य कर रहे हैं। वहीं उत्तरप्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार हैं लेकिन वहां भी मुख्यमंत्री योगी सरकार में दो डिप्टी सीएम कार्य कर रहे हैं। उत्तरप्रदेश में सत्ता संतुलन के लिए दो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक का उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। इस तरह राज्यों की सियासत में सत्ता संतुलन और स्थायी सरकार चलाने के लिए डिप्टी सीएम की भूमिका महत्वपूर्ण है।

हिमाचल छोटा सा पहाड़ी प्रदेश हैं जिसके आर्थिक संसाधन भी कम है। फिर भी कांग्रेस की सरकार में पहली बार हिमाचल में डिप्टी सीएम का रिवाज शुरु हुआ है। जिस तरह यशवंत सिंह परमार हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री के रुप में पहचाने जाते हैं, उसी तरह मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल के पहले डिप्टी सीएम के तौर पर पहचाने जाएंगे। मुकेश अग्निहोत्री से शुरु होने वाले डिप्टी सीएम का रिवाज अब हिमाचल में आगे भी चलता रहेगा। सरकार चाहे भाजपा की बने या कांग्रेस की डिप्टी सीएम का रिवाज शुरु हुआ है तो आगे भी चलता रहेगा।