डॉक्टर हड़ताल पर, मरीज हाल-बेहाल : राणा

न मरीजों से हमदर्दी, न डाक्टरों की परवाह
बीजेपी के राज में भ्रष्टाचार के अड्डे बन कर रह गए हैं अस्पताल
हमीरपुर 16 फरवरी
प्रदेश में डॉक्टरों की हड़ताल के चलते मरीज हाल-बेहाल हैं। पिछले एक हफ्ते से मेडिकल ऑफिसर पेनडाउन स्ट्राइक पर हैं। लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। राणा ने कहा कि हर मोर्चे पर फेल और फ्लॉप हो चुकी सरकार अब स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधा को भी मुहैया करवाने में नाकाम साबित हो रही है। डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मरीजों व तीमारदारों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। जनता निजी अस्पतालों में महंगा इलाज करवाने के लिए विवश व बेबस है। लेकिन सरकार चैन की बंसी बजा रही है। राज्य सरकार का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। जबकि मरीज रोजाना अस्पतालों में परेशानी से जूझ रहे हैं। राणा ने कहा कि सरकार की हठधर्मिता का आलम यह है कि एक हफ्ते से हड़ताल पर चल रहे मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन से अभी तक सरकार ने इस मामले पर कोई बात करनी मुनासिफ नहीं समझी है। जिस कारण से प्रदेश में तमाम स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हो रही हैं। राणा ने कहा कि सरकार के हठधर्मिता का आलम यही रहा तो जल्द ही स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा जाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकार पर अफसरशाही के हावी होने के कारण यह विस्फोटक स्थिति बनी है। या यूं कहें कि बीजेपी सरकार को अफसरशाही मनमाने ढंग से चला रही है तो गलत नहीं होगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सक वर्ग अभी भी सरकार के मनमाने रवैये को सहन करके अनुशासन बनाए हुए है। लेकिन सरकार मेडिकल ऑफिसरों की समस्या को लेकर कतई गंभीर नहीं दिख रही है। राणा ने कहा कि सरकार डॉक्टरों के सबर का इम्तिहान न ले। अन्यथा प्रदेश की जनता सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि न डाक्टर, न मरीज, न जनता, न तीमारदार सरकार की कारगुजारी से कोई भी वर्ग संतुष्ट नहीं है। उधर डाक्टरों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार उनकी बात नहीं सुनती है तो उनका आंदोलन और उग्र व तेज होगा। लेकिन सरकार को न डॉक्टरों से हमदर्दी है और न मरीजों से कोई हमदर्दी है। राणा ने सवाल खड़ा किया है कि सरकार बताए कि आखिर कौन सी मजबूरियां हैं। मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाएं देने वाले चिकित्सक वर्ग को सरकार के खिलाफ आंदोलन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार अब भी नहीं जागी तो जहां एक ओर बीजेपी सरकार को मरीजों की आहें ले डूबेंगी, वहीं प्रदेश के बीमारों व तीमारदारों के कोप का भी भाजन बनना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जब से प्रदेश में बीजेपी सरकार आई है तब से अस्पताल भ्रष्टाचार के अड्डे बन कर रहे गए हैं। जिनमें लगातार अराजकता व माफिया राज का बोलबाला बढ़ रहा है।