शहीद अनिल चौहान के परिजन कीर्ति चक्र लौटाने पहुंचे राजभवन शिमला, मुख्यमंत्री ने दिया वायदे पूरे करने का आश्वासन  

शिमला. कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर क्षेत्र के शहीद अनिल चौहान के परिजन सरकार के द्वारा किए गए वायदे पूरे नहीं होने पर अपने शहीद बेटे को मिले कीर्ति चक्र लौटाने राजभवन पहुंच गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी राजभवन पहुंचे और शहीद के परिजनों से मिलकर उनकी बात सुनी और सभी वायदे पूरे करने का आश्वासन दिया। इसके बाद शहीद के परिवार वाले मुख्यमंत्री से मिलने उनके कार्यालय भी पहुंचा। कांगड़ा जिला के चाम्बी गांव की निवासी राज कुमारी और भारतीय सेना के 13 ग्रेनेडियर के 23 वर्षीय जवान अनिल चैहान, जिन्होंने 15 सितम्बर, 2002 को असम में आतंकवादियों के खिलाफ आॅप्रेशन राइनो में सर्वोच्च बलिदान दिया था की माता ने आज यहां मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से भेंट की। शहीद अनिल कुमार को भारत के राष्ट्रपति द्वारा मरणोपरान्त 2004 में कीर्ति चक्र से सम्मानित किया था। मुख्यमंत्री ने शहीद की माता से बातचीत में कहा कि राज्य सरकार उन शहीदों को पूरा सम्मान और आदर देने के लिए प्रतिबद्ध है, जिन्होंने राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। उन्होंने शहीद अनिल चैहान की माता को आश्वासन दिया कि वह शहीद अनिल चैहान के मामले को देखेंगे और शहीद के सम्मान के रूप में इस सम्बन्ध में उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि शहीदों के परिवारों से राज्य सरकार द्वारा किए गए वायदों को पूरा कर उन्हें सम्मान दिया जाए। शहीद की माता ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि पूर्व सरकारों ने जिला कांगड़ा के स्थानीय राजकीय हाई स्कूल हालर का नाम शहीद के नाम पर रखने, इसके अतिरिक्त शहीद के नाम पर एक स्मारक बनाने का वायदा किया था, लेकिन आज तक कुछ भी नही हुआ है।