राजेंद्र राणा बोले-  यह यज्ञ राष्ट्रभक्ति व धार्मिक आस्था का अनूठा संगम बना

हमीरपुर, 28 मई – महाराजा संसार चंद की ऐतिहासिक नगरी सुजानपुर आज एक अनूठे व ऐतिहासिक यज्ञ की गवाह बनी । सर्व कल्याणकारी संस्था के बैनर तले यहां के मुरली मनोहर मंदिर में आयोजित राष्ट्रीय सुरक्षा यज्ञ में बड़ी संख्या में ग्रामीणों और साधु संतों ने हिस्सा लिया। राज्य के विभिन्न धार्मिक स्थलों से आए कई नामी-गिरामी विद्वान पंडितों ने शास्त्रोक्त विधि से हवन पूजन करके देव शक्तियों से देश की जनता को आतंकवाद, नफरत , आपसी वैमनस्य से मुक्त माहौल प्रदान करने का आह्वान किया।
यज्ञ के प्रति लोगों का उत्साह देखते ही बनता था और सुबह से ही यज्ञ स्थल पर भीड़ जुटना शुरू हो गई थी। सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के अलावा आसपास के इलाकों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस यज्ञ में भाग लेने के लिए पहुंचे थे।
इस यज्ञ के आयोजक व सर्व कल्याणकारी संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र राणा ने इस अवसर पर मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए बताया कि यज्ञ का आयोजन किसी राजनीतिक मंशा से नहीं बल्कि विशुद्ध रूप से राष्ट्रभक्ति,  देव शक्तियों के प्रति अगाध आस्था और पीड़ित मानवता की सेवा की भावना से किया गया ताकि जनता के सपनों व उम्मीदों को तार-तार करने वाले सत्ता के मठाधीशो को ईश्वर सद्बुद्धि दे और जनता को वर्तमान निराशा पूर्ण माहौल से राहत मिले।
राजेंद्र राणा ने कहा कि आज आम आदमी की  देश के शासन तंत्र में कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही। उनसे किए गए चुनावी वायदे जुमलो में तब्दील होकर रह गए हैं। धर्म व जाति पर आधारित धार्मिक उन्माद फैलाकर भाईचारे की अखंड दीवार को तोड़ने की नापाक कोशिशें हो रही हैं। बेरोजगारी , महंगाई और असुरक्षा की भावना से हर देशवासी त्रस्त है लेकिन देश का शासन तंत्र अभी भी लोगों को सपने दिखाने में मस्त है। उन्होंने कहा कि कई संवेदनशील मसलों व मुद्दों के कारण समाज पर खतरा मंडरा रहा है और लोगों को आपस में बांटने की नापाक कोशिशें हो रही है। ऐसे में सिर्फ ईश्वर ही देश की जनता को राहत दे सकता है। इसलिए राष्ट्रभक्ति और ईश्वर के प्रति अगाध आस्था रखते हुए इस यज्ञ का बीड़ा सर्व कल्याणकारी संस्था ने उठाया है जिसमें समाज के हर वर्ग के साथ साथ साधु संत समाज के लोगों ने पूरी श्रद्धा भावना से भाग लेकर यह दर्शा दिया है कि इस यज्ञ की आज देश को जरूरत थी।
राजेंद्र राणा ने कहा कि हमारे इतिहास और पौराणिक प्रसंगों में ऐसी घटनाएं दर्ज हैं , जब त्रस्त समाज को राहत प्रदान करने की भावना से इस तरह के यज्ञ आयोजित करके ईश्वर से अनुकंपा का आह्वान किया गया हो और आज का यह यज्ञ भी उसी भावना से वशीभूत था। उन्होंने कहा कि हिमाचल देव भूमि है और राज्य के विभिन्न स्थानों पर इन यज्ञ की कड़ी को जारी रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि विशुद्ध रूप से इस धार्मिक आयोजन को किसी राजनीतिक चश्मे से देखने की जरूरत नहीं है बल्कि इस आयोजन की भावना को समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह यज्ञ राष्ट्रभक्ति और धार्मिक आस्था का अनूठा संगम बना, जिससे इसकी अहमियत खुद-ब-खुद उजागर हो जाती है। उन्होंने इस यज्ञ के आयोजन की तैयारियों को मूर्त रूप प्रदान करने के लिए सर्व कल्याणकारी संस्था के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों का भी आभार व्यक्त किया।