पेयजल योजनाओं के आसपास खनन पर दर्ज होगी एफआईआर : मुकेश अग्निहोत्री

जोल सप्पड़ की 3 पेयजल योजनाओं के लिए बनेगा ट्रीटमेंट प्लांट : मुकेश अग्निहोत्री
प्रदेश भर में पेयजल योजनाओं के आसपास खनन पर दर्ज होगी एफआईआर
उपमुख्यमंत्री ने डायरिया प्रभावित क्षेत्र की पेयजल योजनाओं का किया निरीक्षण

हमीरपुर 01 फरवरी। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि नादौन विधानसभा क्षेत्र के जोल सप्पड़ क्षेत्र की तीन पेयजल योजनाओं के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिसके लिए तुरंत प्रभाव से एक करोड़ रुपये की धनराशि जारी की जा रही है तथा अधिकारियों को एक हफ्ते में टेंडर जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। बुधवार को यहां सलासी स्थित जल शक्ति विभाग के विश्राम गृह में प्रशासनिक अधिकारियों, जल शक्ति विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक तथा कुनाह खड्ड में जोल सप्पड़ क्षेत्र की पेयजल योजनाओं के निरीक्षण के बाद उपमुख्यमंत्री ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में पेयजल योजनाओं के आसपास अवैध खनन पर शिकंजा कसा जाएगा। जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को ऐसे मामलों में तत्काल एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। अवैध खनन के बावजूद एफआईआर दर्ज न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जोल सप्पड़ की पेयजल योजनाएं भी खनन से प्रभावित हुई हैं। इसको देखते हुए प्रदेश भर की पेयजल योजनाओं के लिए कड़े निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर घर में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं। जोल सप्पड़ क्षेत्र में डायरिया फैलने के मामले में जल शक्ति विभाग बहुत ही कड़े कदम उठाने जा रहा है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश की सभी पेयजल योजनाओं के स्रोतों की जांच के लिए टास्क फोर्स बनाई जाएगी।
जिला हमीरपुर में पेयजल एवं सिंचाई योजनाओं की चर्चा करते हुए मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि नादौन क्षेत्र के लिए लगभग 156 करोड़ रुपये की सिंचाई योजना का कार्य 31 मार्च से पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। उन्होंने बताया कि बड़सर विधानसभा क्षेत्र की पेयजल समस्या के स्थायी समाधान के लिए एक बहुत बड़ी योजना के टेंडर दोबारा करवाए जाएंगे, जिससे विभाग को लगभग 50 करोड़ रुपये की बचत होगी। उन्होंने बताया कि लगभग 131 करोड़ रुपये की इस योजना के लिए ब्यास नदी के बजाय अब सतलुज से पानी उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जिला हमीरपुर की पेयजल योजनाओं के लिए 71 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसमें से लगभग आधी राशि खर्च की जा चुकी है। मिशन के अंतर्गत शेष सभी कार्यों को तेजी से पूरा किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू, कांग्रेस के पदाधिकारी और जिला के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।