मंत्री पर सेक्सुअल हैरेसमेंट लगाने वाली महिला कोच को 1 करोड़ का ऑफर, मामला आगे मत बढ़ाओ विदेश घूमो

 

हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह और जूनियर महिला कोच के मामले में SIT चंडीगढ़ को बड़ा सुराग हाथ लगा है। SIT ने महिला कोच को 1 करोड़ की रिश्वत का ऑफर करने वाली की पहचान कर ली है। बताया जा रहा है कि वह हरियाणा राज्य एथलेटिक्स संघ का सदस्य है। उसी के द्वारा महिला कोच को एक महीने के लिए 1 करोड़ और विदेश जाने का ऑफर दिया गया था।

SIT ने हरियाणा राज्य एथलेटिक्स संघ को पदाधिकारी को जांच में शामिल होने के लिए कहा है। साथ ही पूछताछ के लिए SIT ने उस पदाधिकारी को CRPC की धारा 160 के तहत नोटिस भी जारी किया है। महिला कोच ने दावा किया था कि मामले को आगे नहीं बढ़ाने के लिए उन्हें एक करोड़ रुपए की पेशकश की गई थी।

विपक्ष बर्खास्तगी पर अड़ा

हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह पर जूनियर महिला कोच के सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोप मामले में विपक्षी दल हमलावर हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) ने संदीप सिंह की मंत्री पद से बर्खास्तगी की मांग की है। साथ ही पंजाब-हरियाणा के राज्यपाल मिलने के लिए समय मांगा है। वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संदीप सिंह से खेल विभाग वापस ले लिया है।

CM वापस ले चुके हैं खेल विभाग

जूनियर महिला कोच के आरोपों से घिरे हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खेल विभाग वापस ले चुके हैं। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने इसकी आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है।

अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को खेल और युवा मामलों का पोर्टफोलियो आवंटित किया गया है। नोटिफिकेशन के अनुसार राज्य मंत्री संदीप सिंह खेल और युवा मामलों के पोर्टफोलियो का संचालन नहीं करेंगे।

मुख्यमंत्री संदीप सिंह को दे चुके क्लीन चिट

हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह और जूनियर महिला कोच के विवाद में मुख्यमंत्री मनोहर लाल पहले ही क्लीन चिट दे चुके हैं। उनका कहना है कि महिला कोच अनर्गल बयान दे रही है। आरोप लगाने से कोई दोषी साबित नहीं होता उसकी पुलिस छानबीन करती है। इसके बाद ही यह सिद्ध होता है कि जो आरोप लगाए गए हैं वह सही है या नहीं।

AAP-INLD हमलावर

मंत्री संदीप सिंह की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी को लेकर विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हैं। AAP ने अपनी मांगों को लेकर संदीप सिंह की कोठी का घेराव करने का प्रयास किया। वहीं इनेलो ने हरियाणा के राज्यपाल से मुलाकात कर जूनियर महिला कोच को न्याय दिलाने के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है।