जयराम सरकार के मंत्री की धौंस, नियम बदलकर दो मेरी पत्नी को प्रमोशन, कैबिनेट में प्रमोशन पॉलिसी बदलने की तैयारी

प्रमोशन की फाइल को पर्सनल डिपार्टमेंट और वित्त विभाग कर चुका है रिजेक्ट, अब कैबिनेट से पॉलिसी बदलने की तैयारी

मंत्री की पत्नी के साथ तीन दर्जन थर्ड डिविजन पास टीजीटी को भी मिलेगा प्रमोशन, क्वालिटी एजुकेशन के दाबों पर उठेगा सवाल

शिमला. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के मंत्री की धौंस इतनी है कि वह अपनी पत्नी को शिक्षा विभाग के नियमों के खिलाफ प्रमोशन कराना चाह रहे हैं। मंत्री जी की पत्नी शिक्षा विभाग में टीजीटी हैं और वह चाह रहे हैं कि उनकी पत्नी को प्रमोट कर स्कूल लेक्टचर का दर्जा दिया जाए। शिक्षा विभाग की पॉलिसी के अनुसार पोस्ट ग्रेजुएट और बीएड में थर्ड डिवीजन से पास होने पर प्रमोशन नहीं मिल सकता। लेकिन मंत्री जी थर्ड डिविजन में पास अपनी पत्नी को प्रमोशन की जिद पाले हुए हैं। मंत्री की पत्नी को प्रमोशन देने की फाइल पर्सनल डिपार्टमेंट और फायनेंस डिपार्टमेंट ने आब्जेक्शन के साथ वापस कर दी है। तो अब मंत्री जी कैबिनेट में शिक्षा विभाग की प्रमोशन पॉलिसी में बदलाव कर पत्नी को प्रमोशन दिलाने की तैयारी है। सूत्रों के अनुसार शिक्षा विभाग ने भी पॉलिसी में बदलाव की तैयारी कर ली है और कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर पास कराने की तैयारी है। जिससे थर्ड डिविजन पास मंत्री जी की पत्नी को प्रमोशन दिया जा सका।
शिक्षा विभाग ने थर्ड डिवीजन पास टीजीटी को प्रमोशन न देने की पॉलिसी क्वालिटी एजुकेशन की लिए तैयार की थी। जिसका मकसद यह था कि थर्ड डिवीजन में पास टीजीटी को स्कूल लैक्चरर बनाया जाएगा तो वह ठीक ढंग से बच्चों को शिक्षा नहीं दे पाएंगे। अब भाजपा के विधायक का मंत्री के तौर पर प्रमोशन हुआ तो वह मंत्री पद धौंस जमाकर पॉलिसी में बदलाव कर पत्नी को प्रमोशन की तैयारी में हैं। शिक्षा विभाग की पॉलिसी के अनुसार थर्ड डिवीजन पास टीजीटी को प्रमोशन न मिलने के लगभग तीन दर्जन मामले शिक्षा विभाग की पास लंबित हैं। अगर मंत्री जी की पत्नी के लिए शिक्षा विभाग की पॉलिसी में बदलाव किया जाता है तो सभी लोगों को प्रमोशन मिल जाएगा। अगर थर्ड डिविजन पास टीजीटी स्कूल लैक्चरर के पद पर प्रमोट होते हैं तो सरकार के क्वालिटी एजुकेशन बनाए रखने के बनी शिक्षा विभाग की पॉलिसी और सरकारी दाबों का क्या होगा। क्या सत्ता के नियम मंत्री की पत्नी को देने के लिए बदले जा सकते हैं, यह भी बड़ा सवाल पैदा हो रहा है। अब देखना है कि मंत्री जी की अपनी पत्नी को प्रमोशन देने की बात कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्री स्वीकृति देते हैं कि नहीं। अगर सरकार पॉलिसी को बदलकर मंत्री की पत्नी को प्रमोशन देती है तो सरकार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा होगा।