प्रदेश में भाजपा का राज, हरोली में कांग्रेस में शामिल हो रहे सैकड़ों लोग, मुकेश के जादू के आगे सत्ता की चाह व डर गायब

शिमला. प्रदेश में भाजपा सरकार के अभी तीन वर्ष पूर्ण नहीं हुए हैं लेकिन ऊना जिले की हरोली विधानसभा में अलग ही नजारा नजर आ रहा है। हरोली में गत एक माह में हजारों लोग कांग्रेस के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। अपने विधायक के साथ गले में हार पहनकर कांग्रेस में शामिल होने का खुले आम ऐलान करते नजर आ रहे हैं। अमूनन ऐसा नजारा प्रदेश में विधानसभा चुनाव के समय ही दिखाई देता है, जब क्षेत्र के लोग नेताओं का समर्थन करते हुए पार्टी में शामिल होते हैं। कांग्रेस में शामिल होने की सियासी हलचल प्रदेश की सिर्फ हरोली विधानसभा क्षेत्र में ही दिख रही है। हरोली के विधायक और विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री गत करीब एक माह से अपने विधानसभा क्षेत्र में हैं। मीडिया और सोशल मीडिया में रोजाना देखने में आ रहा है कि कहीं एक दर्जन तो कहीं दो दर्जन लोग गले में माला पहने मुकेश अग्निहोत्री के साथ फोटो खींचकर डाल रहे हैं तो समाचार पत्रों में भी खबरें प्रकाशित हो रहीं हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि कांग्रेस में शामिल होने वालों में अधिकतर जिला परिषद, पंचायत समिति और पंचायतों के मुखिया या सदस्य हैं। जिससे लगता है कि पंचायतों के इन प्रतिनिधियों को न तो सत्ता की चाह है और न ही सत्ता का डर। वह बिना किसी के डर से कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान कर रहे हैं। जिससे लगता है कि क्षेत्र के लोगों को आने वाले समय में मुकेश अग्निहोत्री से बहुत उम्मीदें हैं। प्रदेश के सियासी हालात से लोगों को यह आभास होने लगा है कि मुकेश अग्निहोत्री आगे की सियासत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, जिसके चलते ही हजारों लोग अभी से कांग्रेस का दामन थामकर मुकेश अग्निहोत्री का साथ देने के लिए आगे आ रहे हैं। जब इस संबंध में मुकेश अग्निहोत्री से बात हुई तो उनका कहना है कि लोगों का कांग्रेस में शामिल होना प्रदेश सरकार की नाकामी का परिणाम है। प्रदेश सरकार से लोगों का मोह भंग हो गया है जिससे लोग कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। अभी प्रदेश में भाजपा सरकार का समय 2 साल और बचा है, फिर भी लोग कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। जब सरकार का आखिरी समय विदाई का होगा, तब हजारों की संख्या में कांग्रेस में शामिल होने को लोग तैयार हैं। प्रदेश की आगे की सियासत में क्या होगा, यह तो समय ही बताएगा लेकिन हरोली में एक अलग ही सियासत नजर आ रही है।